कौशल विकास व पुनर्समावेशन पर मीडिया को मिलेगी ज़िला-वार जानकारी
बस्तर।बस्तर रेंज में माओवादी गतिविधियों से जुड़ा एक बड़ा बदलाव सामने आया है। हाल ही में 300 से अधिक माओवादी कैडरों ने हिंसा का रास्ता छोड़कर समाज की मुख्यधारा में लौटने का फैसला किया है। पुलिस और प्रशासन के सहयोग से इन सभी का पुनर्वास और पुनर्समावेशन कार्य तेज़ी से आगे बढ़ रहा है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, इससे पहले भी बड़ी संख्या में माओवादी कैडर आत्मसमर्पण कर चुके हैं और उन्हें समाज में दोबारा स्थापित करने की प्रक्रिया सफलतापूर्वक चल रही है। इस बार भी प्रत्येक ज़िले में आत्मसमर्पित कैडरों के पुनर्वास, कौशल विकास और रोज़गार से जुड़ी योजनाओं को प्राथमिकता दी जा रही है।
मीडिया को जानकारी देने हेतु नोडल अधिकारी नियुक्त
कई मीडिया संस्थानों ने इस प्रक्रिया के विभिन्न पहलुओं विशेष रूप से पुनर्वास प्रशिक्षण और आजीविका से जुड़ी पहलों की विस्तृत जानकारी लेने की इच्छा व्यक्त की है। इसी के मद्देनज़र प्रत्येक ज़िले में एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है जो संबंधित जानकारी उपलब्ध कराएंगे।
देखे नोडल अधिकारियों की सूची
जिला कांकेर-एएसपी आईपीएस आकाश श्री श्रीमल 9407762558
जिला बीजापुर-सीएसपी विनीत साहू 9713961927
जिला नारायणपुर: उप पुलिस अधीक्षक अमृता पैकरा -8827561483
जिला सुकमा-उप पुलिस अधीक्षक मोनिका श्याम 7828237837
जिला बस्तर-उप पुलिस अधीक्षक संगम राम 8770195260
जिला दंतेवाड़ा-उप पुलिस अधीक्षक नसर सिद्धिकी 94255 22705
जिला कोंडागांव-सीएसपी सतीश भार्गव 7879394120
इस संबंध में पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आत्मसमर्पित माओवादियों को समाज की मुख्यधारा में जोड़ने के लिए शासन की ओर से विविध योजनाएं संचालित की जा रही हैं जिनसे वे बेहतर भविष्य की ओर अग्रसर हो सकें।
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