वर्धा।महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के हिंदी साहित्य विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. उमेश कुमार सिंह का मंगलवार को वर्धा स्थित सेवाग्राम श्मशान भूमि पर अंतिम संस्कार किया गया। उनके पुत्र धीरेन्द्र कुमार सिंह ने उन्हें मुखाग्नि दी। डॉ. सिंह 63 वर्ष के थे और लंबे समय से बीमार चल रहे थे।
विश्वविद्यालय प्रशासन के अनुसार वे कुछ समय से परिसर में अकेले रह रहे थे जबकि उनका परिवार उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में था। शुक्रवार को वे कार्यालय आए थे और उसी रात परिवार से बातचीत भी हुई थी। सोमवार को उनके कार्यालय नहीं पहुंचने पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने संज्ञान लिया। सूचना मिलने पर पुलिस की मौजूदगी में उनके आवास का दरवाजा खोला गया, जहां वे मृत पाए गए।मंगलवार सुबह उनके परिवार के पत्नी उर्मिला सिंह और पुत्र धीरेन्द्र तथा सुनील सिंह के पहुंचने पर अंतिम संस्कार संपन्न हुआ।
इस दौरान आयोजित शोकसभा में कुलपति प्रोफेसर कुमुद शर्मा ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि डॉ. सिंह का निधन विश्वविद्यालय के लिए अपूरणीय क्षति है। अंतिम संस्कार में विश्वविद्यालय के शिक्षक शिक्षकेतर कर्मचारी और बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे। विद्यार्थियों ने अपने प्रिय शिक्षक के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया।

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