एसएसपी रजनेश सिंह ने घटना को गंभीरता से लेते हुए कहा कि शॉपिंग मॉल जैसे सार्वजनिक स्थलों पर बिना चरित्र सत्यापन के हथियारबंद गार्डों की नियुक्ति बेहद गंभीर चूक,सिक्योरिटी एजेंसी को नोटिस जारी
बिलासपुर ।मैग्नेटो मॉल के पार्किंग क्षेत्र में शनिवार को उस समय हड़कंप मच गया, जब बी.आई.एस. सिक्योरिटी सर्विसेज का गार्ड जीवन कुमार डहरिया पुलिस विभाग की गाड़ी के चालक और गनमैन से अभद्रता और हुज्जतबाजी करने लगा। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि गार्ड आम नागरिकों से भी इसी तरह दुर्व्यवहार कर रहा था। जब उसे समझाने की कोशिश की गई, तो उसने और ज्यादा हंगामा खड़ा कर दिया।
सूचना मिलते ही थाना सिविल लाइन पुलिस मौके पर पहुंची और एजेंसी के हेड मैनेजर से संपर्क कर पूरी घटना की जानकारी साझा की। जांच में यह सामने आया कि गार्ड की नियुक्ति बिना चरित्र सत्यापन के की गई थी, जो सुरक्षा नियमों का गंभीर उल्लंघन है।
पुलिस जांच में यह भी खुलासा हुआ कि जीवन कुमार डहरिया, निवासी ग्राम झाल, थाना बिल्हा, पर पहले से तीन आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं जिसमें 20 जनवरी 2016 जुआ खेलने और खिलवाने का मामला, थाना बिल्हा।20 फरवरी 2024 मारपीट का मामला, जिसमें धारा 307 हत्या का प्रयास जोड़ी गई थी।27 मार्च 2024 बल्वा और सार्वजनिक मार्ग अवरुद्ध करने का प्रकरण शामिल है ।
इसके बावजूद एजेंसी ने ऐसे व्यक्ति को हथियारबंद सुरक्षा गार्ड के रूप में मॉल जैसे सार्वजनिक स्थल पर तैनात कर दिया।
यही नहीं गार्ड ने बाद में सोशल मीडिया पर बाकायदा एक भ्रामक वीडियो जारी कर पुलिस पर निराधार आरोप लगाए जो उसके आपराधिक इतिहास से ध्यान भटकाने और खुद को बचाने की कोशिश थी।
सभी तथ्यों के परीक्षण के बाद थाना सिविल लाइन पुलिस ने प्रतिबंधात्मक कार्रवाई करते हुए रिपोर्ट दर्ज की है। वहीं, बी.आई.एस. सिक्योरिटी सर्विसेज को भी कड़ा नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है।

एसएसपी रजनेश सिंह ने घटना को गंभीरता से लेते हुए कहा कि शॉपिंग मॉल जैसे सार्वजनिक स्थलों पर बिना चरित्र सत्यापन के हथियारबंद गार्डों की नियुक्ति बेहद गंभीर चूक है। इस तरह की लापरवाही आमजन की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर सकती है। संबंधित सिक्योरिटी एजेंसी के खिलाफ नोटिस जारी किया गया है और नियमों के अनुसार कड़ी कार्रवाई की जा रही है।एसएसपी सिंह ने यह भी स्पष्ट किया कि पुलिस विभाग ऐसे मामलों में शून्य सहिष्णुता की नीति पर काम कर रहा है।थाना सिविल लाइन द्वारा आरोपी गार्ड के विरुद्ध प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई है, साथ ही भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सभी निजी सुरक्षा एजेंसियों को चरित्र सत्यापन प्रक्रिया सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए गए हैं।

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