एसएसपी शशि मोहन सिंह ने की अपील कहा टोनही एक अंधविश्वास है, इससे बचें, स्वयं शिक्षित हों और अपने परिजनों को भी इस बारे में जागरूक करें
जशपुर।छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के कोतबा थाना क्षेत्र के ग्राम लकरामुड़ा में जादू-टोना के शक के चलते एक व्यक्ति के साथ मारपीट करने के मामले में पुलिस ने दो महिलाओं सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। दो अन्य आरोपी अब भी फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है।
पुलिस ने बताया कि मामले में बलिचंद्र डहरे सुदर्शन डहरे माधुरी डहरे और शांति बाई डहरे सभी निवासी ग्राम लकरामुड़ा को गिरफ्तार किया गया है। इनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धाराएं 296, 351(3), 115(2), 190, 191 तथा छत्तीसगढ़ टोनही प्रताड़ना निवारण अधिनियम 2005 की धारा 05 के तहत अपराध दर्ज किया गया है।
घटना 26 जुलाई की रात करीब 8 बजे की है जब पीड़ित ओम प्रकाश सोनी अपने घर के आंगन में खड़ा था। इसी दौरान आरोपी बलिचंद्र डहरे ने उस पर टोना-टोटका करने और उसके बच्चे की मौत के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए गालियां दीं और जान से मारने की धमकी दी। थोड़ी देर बाद बलिचंद्र डहरे अपने परिजनों सूरज डहरे माधुरी डहरे सदानंद डहरे शांति डहरे और सुदर्शन डहरे के साथ प्रार्थी के घर में घुस आया और उसे बाहर खींचकर ईंट और टांगी से हमला कर दिया।
हमले में ओम प्रकाश के आंख और सिर में चोटें आईं, जबकि बीच-बचाव करने आए उसके माता-पिता को भी गंभीर चोटें पहुंचीं। घायल परिजनों को इलाज के लिए अंबिकापुर अस्पताल रेफर किया गया है।
घटना की रिपोर्ट 29 जुलाई को दर्ज की गई। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की, जिसमें उन्होंने अपराध स्वीकार किया। पर्याप्त साक्ष्य मिलने पर उन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया।
इस मामले में चौकी प्रभारी उप निरीक्षक राकेश कुमार सिंह, सहायक उप निरीक्षक अपलेजर खेस, आरक्षक बूटा सिंह, पवन पैंकरा, सुशील तिर्की व महिला आरक्षक तुलसी कोसले ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह ने नागरिकों से अपील की है कि टोनही एक अंधविश्वास है। इससे बचें, स्वयं शिक्षित हों और अपने परिजनों को भी इस बारे में जागरूक करें।

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