बिलासपुर।रेलवे सुरक्षा को लेकर पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर रेंज डॉ. संजीव शुक्ला के नेतृत्व में एक अहम बैठक आयोजित की गई जिसमें रेलवे स्टेशनों की सुरक्षा व्यवस्था नशीले पदार्थों की तस्करी और असामाजिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने हेतु ठोस रणनीति बनाई गई। रेंज स्तरीय त्रैमासिक रेलवे सुरक्षा समिति की यह बैठक बिलासपुर रेंज से जुड़े सभी ज़िलों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की उपस्थिति में संपन्न हुई।
आईजी डॉ. शुक्ला ने दिए निर्देश अब रेलवे स्टेशन पर नशा, तस्करी और असामाजिक तत्व नहीं बच पाएंगे

बैठक में आईजी डॉ. शुक्ला ने रेलवे स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमरे और अत्याधुनिक फेशियल रिकग्निशन सिस्टम तकनीक से लैस कैमरों की स्थापना की समीक्षा की और अपराधियों की फोटो-डेटा इन कैमरों में अपलोड कर त्रिनयन ऐप से जोड़ने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अक्टूबर 2025 तक सभी कैमरे पूर्णतः इंस्टॉल हो जाएं यह सुनिश्चित किया जाए।
चाइल्ड लाइन, नशा मुक्ति और संयुक्त कार्रवाई पर ज़ोर
डॉ. शुक्ला ने सामुदायिक पुलिसिंग को बढ़ावा देने की दिशा में रेलवे स्टेशनों पर घूमने वाले लावारिस एवं नशा प्रभावित बच्चों को चाइल्ड लाइन के हवाले करने के निर्देश भी दिए। साथ ही नशीली दवाओं गांजा इंजेक्शन इत्यादि की रेलवे के माध्यम से हो रही तस्करी को रोकने के लिए जीआरपी, आरपीएफ और स्थानीय पुलिस को संयुक्त कार्रवाई के आदेश दिए गए।
संवेदनशील क्षेत्रों में चलेगी कॉम्बिंग पेट्रोलिंग

आईजी ने विशेष रूप से रेलवे परिसरों और ट्रेनों में हो रही छीनाझपटी, ट्रांसजेंडर के माध्यम से यात्रियों से वसूली जैसी घटनाओं पर सख्ती से कार्यवाही करने को कहा। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि रात्रि में असामाजिक तत्वों के जमावड़े को रोकने और अवैध कबाड़ कारोबार पर नियंत्रण हेतु प्रो-एक्टिव कार्रवाई की जाए तथा संयुक्त टीमें कॉम्बिंग गश्त करें।
आईजी रेंज की बैठक में उपस्थित अधिकारी
इस महत्वपूर्ण बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बिलासपुर रजनेश सिंह एसपी रायगढ़ दिव्यांग पटेल, एसपी कोरबा सिद्धार्थ तिवारी, एसपी सक्ती अंकित शर्मा एसपी जांजगीर-चांपा विजय पांडेय एसपी गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही सुरजन राम भगत, वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त (रेलवे) दिनेश तोमर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मधुलिका सिंह और थाना प्रभारी जीआरपी डी.एन. श्रीवास्तव उपस्थित रहे।

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