उप सरपंच ने कहा जर्जर स्कूल भवन निर्माण की मांग को कलेक्टर से बातचीत की जाएगी
बिलासपुर ।शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला सिंघरी में बुधवार को शाला प्रवेश उत्सव बड़े हर्षोल्लास और गरिमामय वातावरण में संपन्न हुआ। इस अवसर पर उपसरपंच कौशल प्रसाद साहू, शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष दुर्गा प्रसाद सहित पंचायत प्रतिनिधि ग्रामीणजन एवं अभिभावकगण बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती की पूजन वंदना से की गई। मिठाई खिलाकर बच्चों का तिलक किया गया और किताबे भेंट कर बच्चों का स्वागत किया गया। बच्चों के चेहरों पर नया जोश और उत्साह देखने को मिला।
इस अवसर पर शिक्षिका श्रीमती अनीता देहरी और श्रीमती तुलसी थवाइत ने अतिथियों का स्वागत किया। प्रधान पाठक डॉ. हिना पाठक ने स्वागत भाषण में विद्यालय भवन की खस्ताहाल स्थिति की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि वर्तमान भवन उपयोग योग्य नहीं है, जिसके कारण बच्चो की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। उन्होंने कक्षा आठवीं के परीक्षा परिणाम में आई त्रुटियों की भी जानकारी दी, जिसमें उपस्थित छात्रों को ग़ैर हाज़िर दिखाकर पूरक परीक्षा में शामिल किया गया है।
समस्या के समाधान स्वरूप उपस्थित जनप्रतिनिधियों एवं समिति सदस्यों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि कक्षा छठवीं को अस्थायी रूप से पंचायत भवन में संचालित किया जाएगा तथा नए भवन की मांग शासन से की जाएगी।
उपसरपंच श्री साहू ने कहा कि शिक्षा को जीवन का आधार बताते हुए कहा कि बच्चे नियमित रूप से स्कूल आएं यही समाज का भविष्य संवारने का सबसे अच्छा मार्ग है। उन्होंने स्कूल परिवार की तारीफ करते हुए भरोसा दिया कि भवन निर्माण की मांग को कलेक्टर से बातचीत की जाएगी ।

इस अवसर पर सभी कक्षाओं के छात्र मौजूद थे जिन्हें शासन द्वारा दी गई किताबे वितरित की गईं। साथ ही बच्चों को चॉकलेट, लड्डू और प्रसाद भी वितरित किया गया।
कार्यक्रम में देवेंद्र इंदुआ, सुनील कौशिक, सरला कोशले, रंगीता श्यामले, भारती लास्कर, रत्ना साहू सहित अनेक पंचगण, ग्रामीणजन एवं शाला प्रबंधन समिति के सदस्य उपस्थित थे। कार्यक्रम को सफल बनाने में शिक्षकगण शशिकला गंधर्व युगल देवांगन अनीता देहरी तुलसी थवाइत एवं ज्योति कोरी का सराहनीय योगदान रहा।
इस तरह के आयोजनों से न केवल बच्चों का उत्साहवर्धन होता है, बल्कि शिक्षा के प्रति समाज की जागरूकता भी बढ़ती है।

प्रधान संपादक