धमतरी। धमतरी जिले के ग्राम पंचायत दर्रा में बेजा कब्जाधारियों के खिलाफ प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की। मुक्तिधाम के लिए आरक्षित जमीन के अलावा तालाब के पार को अतिक्रमण कर लोग घर बना रहे थे। पंचायत की नोटिस और उसके बाद नायब तहसीलदार द्वारा निर्माण कार्य पर लगाए गए स्थगन के बाद भी चले रहे निर्माण कार्य पर आज प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बुलडोजर चलाकर अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया है।
अवैध कब्जाधारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए आज सुबह से ग्राम पंचायत दर्रा में तनाव का माहौल दिखाई दे रहा था। जिला प्रशासन ने कार्रवाई से पहले ऐतिहात के तौर पर पुलिस बल बुला लिया था। पुलिस और राजस्व अधिकारियों की मौजूदगी में सुबह बेजाकब्जा हटाने की कार्रवाई प्रारंभ हुई। मुक्तिधाम के लिए आरक्षित जमीन और तालाबब के पार पर बनाए जा रहे निर्माण कार्य पर बुलडाेजर चलाया गया है। ग्रामीण यहां पर मकान बना रहे थे। दीवारें खड़ी हो गई थी। दीवारों को एक्सीवेटर के जरिए गिराया गया है।
मुक्तिधाम के लिए आरक्षित जमीन और तालाब के पार पर अतिक्रमण कर जब ग्रामीणों ने मकान बनाना शुरू किया था उसी दौरान ग्राम पंचायत ने नोटिस जारी कर निर्माण कार्य ना करने व शासकीय भूखंड को सुरक्षित रहने देने की चेतावनी दी थी। नोटिस के बाद भी जब अतिक्रमणकारी नहीं माने और मकान बनाना जारी रखा तब ग्राम पंचायत ने दोबारा नोटिस जारी कर शासकीय भूखंड से कब्जा हटाने कार्रवाई की चेतावनी देते हुए कहा था कि अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान जो भी खर्च आएगा अतिक्रमणकारियों से वसूली करने कहा था।
नायब तहसीलदार के कोर्ट ने जारी किया था स्टे
पंचायत की नोटिस का असर ना होने पर ग्राम पंचायत ने नायब तहसीलदार के कोर्ट में मामला दायर किया था। मामले की सुनवाई के बाद कोर्ट ने अतिक्रमणकारियों को नोटिस जारी कर दस्तावेज पेश करने कहा था। कोर्ट ने तब तक निर्माण कार्य पर रोक लगाने का आदेश भी जारी कर दिया था।
ग्रामीणों ने कार्रवाई में भेदभाव का लगाया आरोप
जिन ग्रामीणों का निर्माणाधीन मकान टूटा है उन लोगों ने ग्राम पंचायत दर्रा के सरपंच व जनपद सदस्य पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई में भेदभाव का आरोप लगाया है। इनका कहना है कि सरपंच व जनपद सदस्य ने अपने लोगों को बचा लिया है। अतिक्रमणकारियों ने सरपंच पर अतिक्रमण हटाने के नाम पर घुसखोरी का आरोप भी लगाया है।
बारिश में हम कहां जाएंगे

प्रभावित ग्रामीणों ने कहा कि बारिश अब आने वाली है,हमारे पास परिवार के सदस्यों के लिए रहने की जगह नहीं है। बरसात के ठीक पहले हम लोगों को बेघरबार कर दिया है। हमारी दिक्कतों को कौन समझेगा। बारिश के इस मौसम में हम परिवार को लेकर कहां जाएं और कहां रहे। हमारे सामने तो रहने की समस्या उठ खड़ी हुई है।

प्रधान संपादक




