एसएसपी रजनेश सिंह ने कहा खेल, संस्कार और जागरूकता से संवरेगा बच्चों का भविष्य ,118 प्रतिभागी खिलाड़ियों का सम्मान
बिलासपुर छत्तीसगढ़ ।ज़िले के ग्राम महमंद में रविवार को जिला पुलिस द्वारा आयोजित “चेतना अभियान – आओ संवारे कल अपना” के एक माह तक चले खेल महोत्सव का भव्य समापन हुआ। बच्चों और ग्रामीणों में इस आयोजन को लेकर खासा उत्साह देखा गया। समापन कार्यक्रम में 500 से अधिक ग्रामीणों की सक्रिय भागीदारी रही, वहीं 200 से अधिक बच्चों ने विभिन्न खेलों और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
एसएसपी बिलासपुर के निर्देश पर इस आयोजन का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों और युवाओं को मोबाइल और नशे की लत से दूर कर उन्हें खेलों, रचनात्मक गतिविधियों और सामाजिक जिम्मेदारियों की ओर प्रेरित करना रहा।
200 से अधिक बच्चों ने भाग लिया

एक माह तक चले इस समर कैंप में ग्राम महमंद के प्राथमिक एवं हाई स्कूल मैदान में 200 से अधिक बच्चों ने भाग लिया। इन बच्चों को कबड्डी, फुटबॉल, खो-खो, बैडमिंटन, वॉलीबॉल और दौड़ जैसी खेल विधाओं का प्रशिक्षण दिया गया। इसके लिए युवा प्रशिक्षकों की सेवाएं ली गईं। समापन अवसर पर उत्कृष्ट खिलाड़ियों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया और सभी प्रतिभागी बच्चों को उपहार प्रदान किए गए।
बच्चों को सही दिशा और मंच मिले, तो वे न केवल अपने परिवार बल्कि पूरे समाज का गौरव बन सकते हैं

एसएसपी रजनेश सिंह की पहल पर संचालित इस अभियान का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों और युवाओं को नशे, मोबाइल की लत और अन्य दुष्प्रवृत्तियों से दूर कर खेल, संस्कार और रचनात्मक गतिविधियों से जोड़ना है। अपने संबोधन में श्री सिंह ने कहा कि यदि बच्चों को सही दिशा और मंच मिले, तो वे न केवल अपने परिवार बल्कि पूरे समाज का गौरव बन सकते हैं।
समारोह में एएसपी राजेन्द्र जयसवाल, सीएसपी आईपीएस अक्षय प्रमोद साबद्रा, जिला पंचायत सदस्य अरुणा चंद्रप्रकाश सूर्या, ग्राम सरपंच पूजा निर्मलकर, जीवधारणी फाउंडेशन के विकास वर्मा सहित अन्य गणमान्यजन मौजूद रहे।
सामाजिक कुरीतियों से लड़ाई का मंच बना अभियान , कलेक्टर

कलेक्टर संजय अग्रवाल ने अपने वक्तव्य में इस अभियान की सराहना करते हुए कहा, “यह कार्यक्रम बच्चों के सर्वांगीण विकास के साथ-साथ समाज की सबसे बड़ी चुनौतियों नशा एवं मोबाइल लत के खिलाफ एक सशक्त हस्तक्षेप है। पुलिस प्रशासन द्वारा किया गया यह नवाचार प्रशंसा के योग्य है।

एसएसपी रजनेश सिंह के दूरदर्शी नेतृत्व में चले इस अभियान ने ग्रामीण परिवेश में सकारात्मक बदलाव की नई मिसाल पेश की है। उन्होंने अपने संबोधन में कहा, “यदि बच्चों को सही मंच, मार्गदर्शन और साधन उपलब्ध कराए जाएं, तो वे भविष्य के लिए गौरव बन सकते हैं।”

बिलासपुर के महमंद में प्राइमरी और हाई स्कूल मैदान में आयोजित इस समर कैंप में बच्चों को फुटबॉल, कबड्डी, खो-खो, बैडमिंटन, वॉलीबॉल, दौड़ आदि खेलों का प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण कार्य में 13 युवा प्रशिक्षकों ने सहयोग प्रदान किया। समापन अवसर पर 118 उत्कृष्ट खिलाड़ियों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया, वहीं सभी प्रतिभागियों को उपहार भी प्रदान किए गए।
इस कार्यक्रम में जीवधारणी फाउंडेशन के विकास वर्मा एवं उनकी टीम का विशेष योगदान रहा ।इसके लिए मंच पर उन्हें सम्मानित किया गया।
समारोह के दौरान बच्चों द्वारा प्रस्तुत किए गए रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम, लोकनृत्य, गीत और नुक्कड़ नाटक ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। विशेष रूप से मोबाइल की लत पर आधारित नाट्य प्रस्तुति ने समाज को एक जरूरी संदेश दिया। मंच संचालन उप निरीक्षक उमाशंकर पांडे ने किया।
“आओ संवारे कल अपना” कार्यक्रम का यह पांचवां चरण था, और इसके माध्यम से बिलासपुर पुलिस ने न केवल सुरक्षा बल्कि सामाजिक चेतना और सकारात्मक सहभागिता का सशक्त उदाहरण प्रस्तुत किया है।
ग्रामीणों की भारी उपस्थिति, बच्चों की भागीदारी और समाजसेवी संस्थाओं के सहयोग से यह आयोजन न केवल सफल रहा, बल्कि आने वाले वर्षों के लिए एक मिसाल बन गया है।

प्रधान संपादक
