जशपुर छत्तीसगढ़ ।एसएसपी शशि मोहन सिंह के निर्देश पर चलाए जा रहे को ऑपरेशन शंखनाद को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने दो अलग-अलग मामलों में गौ तस्करी में लिप्त पांच तस्करों को गिरफ्तार कर 21 गौवंशों को मुक्त कराया है। तस्करों के कब्जे से लगभग 17 लाख रुपये का एक सोनेट कार, और मोबाइल फोन शामिल हैं।
एसएसपी शशि मोहन सिंह ने बताया कि पहला मामला चौकी दोकड़ा क्षेत्र का है, जहां मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने रेबड़ा जंगल के पास 21 नग गौवंशों के साथ तीन तस्करों को पकड़ा। पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि वे झारखंड के लोहरदगा ले जाने के लिए मवेशियों को बेरहमी से हांक रहे थे। पुलिस ने मौके से ललिंदर राणा, सुनील टेटे और राजेश बीलूंग खड़िया को गिरफ्तार किया, जबकि कार में सवार दो व्यक्ति भागने लगे, जिनमें से एक आरोपी मोहम्मद नजीबुल्लाह हुसैन को घेराबंदी कर पकड़ा गया। आरोपी ने खुलासा किया कि फरार आरोपी सरफराज आलम मवेशी तस्करी का मास्टरमाइंड है, जो गांव-गांव घूमकर मवेशी खरीदता है। पुलिस ने मौके से 75 हजार रुपये नगद, लगभग 14 लाख की किया सोनेट कार और एक मोबाइल जब्त किया। मामले में छत्तीसगढ़ कृषक पशु परिरक्षण अधिनियम की धाराओं 4, 6 व 10 के तहत अपराध दर्ज कर चारों आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है। फरार आरोपी सरफराज की तलाश जारी है।
फरार आरोप पिकअप से कर रहा था मवशियों की तस्करी

दुलदुला क्षेत्र का है, जहां जनवरी माह में कांटासारू गांव के पास पुलिस ने एक पिकअप वाहन से 11 नग गौवंशों को मुक्त कराया था। वाहन को छोड़कर तस्कर फरार हो गए थे। इस मामले में एक आरोपी इमरान खान को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। उसकी निशानदेही पर मुख्तार हक सहित चार अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही थी। इसी बीच सूचना मिली कि मुख्तार हक लोदाम क्षेत्र के ग्राम साईंटांगरटोली में है, जहां से उसे गिरफ्तार कर लिया गया। जांच में पता चला कि मुख्तार हक झारखंड का आदतन अपराधी है, जिस पर चोरी और अवैध खनन के दो मामले दर्ज हैं। पुलिस ने उसके कब्जे से पिकअप वाहन के दस्तावेज जब्त कर उसे भी जेल भेज दिया है।
अब तक 800 मवेशियों को कराया मुक्त
एसएसपी शशि मोहन सिंह ने बताया कि ऑपरेशन शंखनाद के तहत अब तक 800 से अधिक गौवंशों को मुक्त कराया जा चुका है। तस्करों की पहचान कर लगातार गिरफ्तारी की जा रही है। जशपुर पुलिस की दोहरी कार्रवाई में चौकी प्रभारी दोकड़ा अशोक यादव, थाना प्रभारी फरसाबहार विवेक भगत समेत पुलिस टीम की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

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