बलौदाबाजार। जिला पुलिस प्रशासन द्वारा संदिग्ध प्रवृत्ति के लोगों और अवैध या अनाधिकृत रूप से रह रहे प्रवासियों की पहचान के लिए व्यापक स्तर पर चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत जिले के सभी थाना और चौकी स्तर पर पुलिस पेट्रोलिंग टीमें सक्रिय हैं, जो बाहरी कर्मचारियों, फेरीवालों, रोड किनारे जड़ी-बूटी बेचने वालों, डेरा डालकर रहने वालों और बाहर से आए मुसाफिरों से पूछताछ कर उनकी पहचान सुनिश्चित कर रही हैं।
पुलिस द्वारा इन व्यक्तियों से उनके पहचान पत्र और अन्य दस्तावेजों की जांच की जा रही है। इसके अलावा, अनिवार्य रूप से सभी का फिंगरप्रिंट लिया जा रहा है, जिसे राष्ट्रीय ऑटोमेटेड फिंगरप्रिंट पहचान प्रणाली (NAFIS) में अपलोड किया जा रहा है।
बैठक में बनी थी रणनीति

इस अभियान को प्रभावी बनाने के लिए 18 मार्च 2025 को पुलिस कार्यालय बलौदाबाजार में विशेष बैठक आयोजित की गई थी। इसमें जिले के सभी थाना व चौकी के पेट्रोलिंग ड्यूटी में तैनात प्रधान आरक्षक एवं आरक्षकों को स्पष्ट निर्देश दिए गए थे कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में घूमने वाले बाहरी लोगों की पहचान कर आवश्यक दस्तावेज एकत्रित करें और उनका फिंगरप्रिंट दर्ज करें।
अभियान के तहत विशेष टास्क

पुलिस टीमों को अलग-अलग टास्क सौंपे गए हैं, जिसके तहत ढाबों में काम करने वाले, ट्रांसपोर्ट क्षेत्र में हेल्पर का कार्य करने वाले, टायर-ट्यूब दुकानों में कार्यरत व्यक्ति, फेरी वाले और अन्य बाहरी व्यक्तियों की पहचान की जा रही है। जिले के प्रत्येक थाना और चौकी में यह अभियान पूरी गंभीरता से चलाया जा रहा है।
क्या कहा एसपी विजय अग्रवाल ने

एसपी विजय अग्रवाल ने बताया कि पुलिस का यह अभियान आगे भी जारी रहेगा, ताकि संदिग्ध प्रवृत्ति के लोगों की पहचान कर आवश्यक कार्रवाई की जा सके।इसके लिए सभी थानों को निर्देशित किया गया है कि ऐसे लोगों की पहचान करके उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करें ।

अधिमान्य पत्रकार छत्तीसगढ़ शासन