बिलासपुर। मस्तूरी स्थित एक राशन दुकान में गरीबों को बांटने के लिए आए चावल, शक्कर और नमक को प्रबंधक और विक्रेता ने मिलकर खुले बाजार में बेच दिया। हितग्राहियों को समय पर राशन नहीं मिलने पर उन्होंने इसकी शिकायत की। जांच में दुकान में कई अनियमितताएं सामने आईं। पुलिस ने सहकारिता विस्तार अधिकारी की शिकायत पर आवश्यक वस्तु अधिनियम और अमानत में खयानत का मामला दर्ज कर प्रबंधक और विक्रेता को गिरफ्तार कर लिया।

मस्तूरी विकासखंड में सहकारिता विस्तार अधिकारी गोधुली वर्मा ने पुलिस को बताया कि मस्तूरी स्थित राशन दुकान में गड़बड़ी की शिकायत मिली थी। इस पर खाद्य निरीक्षक ललिता शर्मा को जांच के निर्देश दिए गए। निरीक्षक की टीम ने जांच के दौरान पाया कि दुकान में मूल्य तालिका नहीं लगाई गई थी। साथ ही शिकायत अधिकारी, निगरानी समिति के नाम और मोबाइल नंबर का भी उल्लेख नहीं था।
जांच में दुकान प्रबंधक और विक्रेता वितरण पंजी, चावल उत्सव पंजी और स्टॉक पंजी प्रस्तुत नहीं कर पाए। ऑनलाइन स्टॉक मिलान करने पर 272 क्विंटल चावल कम पाया गया। वहीं, स्टॉक पंजी से मिलान करने पर दुकान में तीन क्विंटल शक्कर और आठ क्विंटल नमक ज्यादा मिला।
जांच में सामने आया कि प्रबंधक और विक्रेता ने गरीबों को बांटने के लिए आए चावल को खुले बाजार में बेच दिया। इससे हितग्राहियों को राशन नहीं मिल सका। खाद्य निरीक्षक ने अपनी रिपोर्ट एसडीएम कार्यालय में सौंपी। एसडीएम के निर्देश पर सहकारिता विस्तार अधिकारी गोधुली वर्मा ने पूरे मामले की शिकायत मस्तूरी थाने में की।
पुलिस ने शिकायत के आधार पर राशन दुकान प्रबंधक और विक्रेता के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम और अमानत में खयानत का मामला दर्ज किया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया है। मामले में पुलिस आगे की जांच कर रही है।

अधिमान्य पत्रकार छत्तीसगढ़ शासन