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March 12, 2025 10:41 pm

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सनातन धर्म में संस्कृति, संस्कार,सभ्यता एवं समरसता को जीवित रखने में आर्य समाज का विशेष योगदान

हिंदू समाज को बचाने के लिए आर्य समाज को दौड़ना होगा,क्योंकि आर्य समाज हिंदू समाज का रक्षक है।

रविवार को बहतराई रोड में होगा आर्य समाज के नए भवन का उद्घाटन

बिलासपुर। आर्य समाज के संस्थापक महर्षि दयानंद सरस्वती जी ने आर्य समाज की स्थापना 1875 में इस उद्देश्य को लेकर की थी,कि सनातन वैदिक धर्म को घर-घर पहुंचाया जाए। क्योंकि हमारा हिंदू समाज वैदिक धर्म से दूर होता जा रहा था और आर्य समाज हिंदू समाज का रक्षक है। बिलासपुर प्रेस क्लब में शनिवार को मुजफ्फरनगर उत्तरप्रदेश से आए आचार्य संजीव आर्य, वसुंधरा बिहार बहतराई रोड के पुरोहित,संरक्षक अरविंद गर्ग,समाज के अध्यक्ष रूपलाल चावला और उपाध्यक्ष प्रेमांकुर गुप्ता ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि पंडित जयदेव शास्त्री,मदन मोहन मालवीय ने कहा था कि अगर आर्य समाज दौड़ रहा है तो हिंदू समाज चल रहा है। आर्य समाज अगर चल रहा है तो हिंदू समाज बैठ जाएगा।और आर्य समाज बैठ गया तो हिंदू समाज लेट जाएगा।


अगर आर्य समाज लेटा तो हिंदू समाज मर जाएगा। इसलिए हिंदू समाज को बचाने के लिए आर्य समाज को दौड़ना होगा। उन्होंने बताया कि इसी उद्देश्य को लेकर बिलासपुर में अरपा पार वसुंधरा बिहार में आर्य समाज का भवन बनाया गया है। जिसका उ‌द्घाटन 2 फरवरी रविवार बसंत पंचमी के दिन होने जा रहा है।
इस समाज का मुख्य उद्देश्य वेद ज्ञान को घर-घर तक पहुंचाना है।
इस कार्य को आर्य समाज वसुंधरा बिहार के द्वारा लगभग 3 महीने से घर-घर हवन सत्संग का कार्यक्रम हर मोहल्ले में किया जा रहा है। अब भवन बन गया है जिसका उ‌द्घाटन करके इस भवन में हिंदू समाज के परिवार और बच्चों को वैदिक संस्कार देने का कार्य बड़ी तेजी से किया जाएगा अभी समाज के ‌द्वारा दो दिन की पाठशाला लगाई जाती है।


जिसका नाम दो दिवसीय लघु गुरुकुल शिविर दिया गया है।
जिसमें समय-समय पर वैदिक ज्ञान पुरुष महिला और बच्चों को भी दिया जाता है,जिससे कि हिंदू समाज हमारा वैदिक सनातन धर्म को समझ सके जान सके और अपने धर्म में स्थिर हो सके। जानकारी न होने के कारण व्यक्ति धर्म को जीवन में ठीक-ठीक से अपना नहीं पाता है और जीवन में भटकाव आ जाता है। उस भटकाव से बचने का एक ही मार्ग है की हमें वैदिक सनातन धर्म को समझना समझाना होगा।सनातन धर्म में संस्कृति संस्कार सभ्यता एवं समरसता को जीवित रखने के लिए आर्य समाज का विशेष योगदान रहा है।जितना आर्य समाज बढ़ेगा उतना ही हिंदू समाज में वैदिक धर्म सनातन धर्म का अधिक प्रचार प्रसार होगा। इसलिए गली-गली हर नगर में आर्य समाज की स्थापना होनी चाहिए
शहर के हर नगर में इसी उद्देश्य को लेकर अरपा पार वसुंधरा विहार रोड में आर्य समाज का भवन बनाया गया है,जिसका उद्घाटन 2 फरवरी को बड़े धूमधाम से होने जा रहा है।

Ravi Shukla
Author: Ravi Shukla

Editor in chief

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