बिलासपुर नगर निगम से भाजपा महापौर प्रत्याशी पूजा विधानी जाति जे झमेले में फंस गई है। कांग्रेस उम्मीदवार प्रमोद नायक ने अपने वकील के जरिये जिला निर्वाचन अधिकारी के समक्ष आपत्ति दर्ज कराई है। जिला निर्वाचन अधिकारी ने सुनवाई के लिए शाम पांच बजे का समय तय कर दिया है। बहरहाल इस मामले को लेकर सियासी माहौल कुछ ज्यादा ही सरगर्म हो गया है।
बिलासपुर। बुधवार सुबह से जिला निवार्चन कार्यालय में मेयर व पार्षद पद के लिए जमा किते गए नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी चल रही है। स्क्रूटनी के दौरान कांग्रेस उम्मीदवार प्रमोद नायक ने अपने वकील के जरिये भाजपा की प्रत्याशी पूजा विधानी के जाति को लेकर आपत्ति जताई। जैसे ही प्रमोद के वकील ने आपत्ति दर्ज कराई भाजपाई हंगामा मचाने लगे। इस बीच जिला निर्वाचन अधिकारी ने व्यवस्था बनाते हुए कहा कि अगर आपत्ति दर्ज कराई गई है तो नियमानुसार निराकरण किया जाएगा। इसके साथ ही आरओ ने भाजपा प्रत्याशी को नोटिस जारी कर ओबीसी जाति के सम्बंध में दस्तावेज पेश करने का निर्देश देते हुए सुनवाई के लिए आज शाम पांच बजे का समय तय कर दिया है।

बिलासपुर नगर निगम में महापौर चुनाव के लिए भाजपा ने पार्षद अशोक विधायक की पत्नी पूजा विधानी को उम्मीदवार बनाया है। मेयर का पद ओबीसी के लिए आरक्षित किया गया है। इसी के तहत कांग्रेस ने प्रमोद नायक को उम्मीदवार बनाया है।
प्रमोद ने इस तरह जताई आपत्ति
प्रमोद नायक ने अपने वकील के जरिये पेश आपत्ति में कहा है कि पूजा विधानी तेलुगु समाज से आती है। नामांकन पत्र में उन्होंने खुद को उड़िया बताया है। पूजा विधानी का असली नाम एल पद्मजा है। अशोक विधानी से शादी के बाद उनका नाम पूजा विधानी पड़ा। एल पद्मजा को तेलगु समाज का समझा जाता था पर उड़िया समाज का होने और ओबीसी वर्ग से होने का उन्होंने नामांकन भरा है। कांग्रेस प्रत्याशी की आपत्ति को जिला निर्वाचन अधिकारी ने स्वीकार कर पूजा विधानी से ओबीसी समुदाय का होने का प्रमाण और दस्तावेज पेश करने का निर्देश दिया है।

Author: Ravi Shukla
Editor in chief