दुर्ग। नगरीय निकाय व त्रि स्तरीय पंचायत चुनाव की घोषणा और आचार संहिता लागू होते ही जिला व पुलिस प्रशासन की कड़ाई भी शुरू हो गई है। इसी कड़ी में दुर्ग राजनादगांव बार्डर पर जांच के दौरान कार की डिक्की से एक करोड़ कैश पुलिस ने जब्त किया है। कैश की जब्ती के साथ ही मामले को आईटी डिपार्टमेंट को सौंप दिया है।
आचार संहिता के साथ ही प्रदेशभर में आयोग के दिशा निर्देशों का कड़ाई से पालन करने के लिए प्रदेशभर के कलेक्टर्स और एसपी ने अपने तंत्र को मुस्तैद कर दिया है। खास कर जिले के बार्डर में चौकसी बढ़ा दी है।इसका असर ये हुआ कि दुर्ग राजनादगांव बार्डर में एक करोड़ कैश की जब्ती बनाई गई है। इतनी बड़ी रकम का स्रोत क्या है और यह राशि कहां से आई,इसकी जांच अब आईटी के अफसर करेंगे।
लिहाजा पुलिस ने पूरा मामला आयकर विभाग को सौंप दिया है। अंजोरा पुलिस चौकी के अंतर्गत आने वाले एरिया में कार की डिक्की से एक करोड़ रुपये कैश मिला है। इतनी बड़ी रकम आई कहां से और कहां लेकर जा रहे थे इस संबंध में कोई दस्तावेज व्यवसायी द्वारा पेश नहीं किया गया।
पुलिस अधीक्षक दुर्ग आईपीएस जितेंद्र शुक्ला के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर सुखनंदन राठौर गाड़ियो को रोक कर तलाशी ली जांच के दौरान बड़ी मात्रा में कैश मिला है। एसपी दुर्ग आईपीएस जितेंद्र शुक्ला के निर्देश पर राजनांदगांव की ओर से दुर्ग जिले में प्रवेश करने वाले वाहनों की तलाशी ली जा रही थी। रात तकरीबन 8 बजे कार को रोक कर अंजोरा पुलिस अधिकारियों के द्वारा डिक्की की तलाशी ली गई।
एक करोड़ रुपये मिला। कैश से संबंधित दस्तावेज मांगे जाने पर व्यापारी दस्तावेज नहीं दिखा पाया। कैश की जब्ती बनाकर जिला निर्वाचन आयोग दुर्ग को सौंप दिया है। राजनादगांव निवासी चंद्रेश राठौर के कार की डिक्की से यह कैश मिला है। कैश की जब्ती बनाने के साथ ही पुलिस ने 106(1) BNSS के तहत कार्रवाई की है।
Author: Ravi Shukla
Editor in chief