रायपुर। प्राइमरी स्कूल में नौकरी रहे तकरीबन तीन हजार बीएड डिग्रीधारी शिक्षक बेराेजगार हो गए हैं। बीते एक सप्ताह से शिक्षक अलग-अलग मंच के माध्यम से आंदोलन कर रहे हैं और अपनी बात सरकार तक पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। इसी बीच मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का बड़ा बयान आया है। सीएम साय ने कहा कि हम नहीं चाहते कि बीएड डिग्रीधारी शिक्षक जिनकी नौकरी चली गई है वे बेराजगार रहें।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि हम भी नहीं चाहते की उनकी नौकरी जाए। लेकिन जो भी होगा वह नियम और प्रक्रिया से होगा। सीएम ने कहा कि चीफ सेक्रेटरी की अध्यक्षता में समिति का गठन किया गया है। समिति की सिफारिश आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद राज्य शासन ने सरगुजा और बस्तर संभाग के तकरीबन तीन हजार बीएड डिग्रीधारी सहायक शिक्षकों की बर्खास्तगी का आदेश जारी करने का निर्देश जिला शिक्षा अधिकारियों को दिया था।

शासन के निर्देश पर डीईओ ने बखास्तगी आदेश जारी करने के साथ ही डीएलएड डिप्लोमाधारक उम्मीदवारों को मेरिट के आधार पर प्राइमरी स्कूलों में पदस्थापना आदेश जारी कर दिया है। नौकरी से हटाए जाने और बेरोजगारी झेल रहे बीएड डिग्रीधारी सहायक शिक्षकों द्वारा बीते एक सप्ताह से विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। कल शिक्षकों ने राजधानी में सड़क जाम कर दिया था। महिला सहायक शिक्षकों ने वित्त मंत्री ओपी चौधरी के शासकीय आवास के बाहर प्रदर्शन किया। बीएड डिग्रीधारी सहायक शिक्षकों को आंदोलन लगातारी जारी है।

Author: Ravi Shukla
Editor in chief