बिलासपुर। चर्चित भोंदूदास जमीन घोटाले में पुलिस ने एक और आरोपित भवन लाल कुर्रे को गिरफ्तार किया है। मामले में पहले ही भोंदूदास मानिकपुरी समेत चार आरोपित गिरफ्तार हो चुके हैं। सरकंडा पुलिस की जांच में नए नाम सामने आने की संभावना है।





सरकंडा सीएसपी सिद्धार्थ बघेल ने बताया कि चिल्हाटी स्थित सरकारी जमीन के दस्तावेज में हेरफेर कर इसे खरीदने-बेचने का मामला सामने आया था। सरकारी जमीन पर चिल्हाटी निवासी भवन लाल कुर्रे का कब्जा था। आरोप है कि हैरी जोसेफ, और राम यादव ने सरकारी जमीन के दस्तावेजों में कूटरचना कर भोंदूदास मानिकपुरी को मालिक बना दिया। इसके बाद भोंदूदास ने यह जमीन रोहन खेड़िया और नूतन खेड़िया को बेच दी।
नामांतरण पर आपत्ति और समझौता
जमीन की खरीद-बिक्री के बाद भवन लाल कुर्रे ने राजस्व कार्यालय में नामांतरण पर आपत्ति दर्ज कराई। मामले को सुलझाने के लिए रोहन खेड़िया और नूतन खेड़िया ने भवन लाल से समझौता किया। समझौते के तहत भवन लाल ने कब्जा छोड़ने के लिए उनसे पांच लाख नगद और चार चेक के माध्यम से कुल 30 लाख रुपये लिए। इसके बाद उसने नामांतरण पर लगाई गई आपत्ति हटा ली। घोटाले की जांच के दौरान पुलिस ने आरोपित भवन लाल कुर्रे को गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि दस्तावेजों में की गई हेरफेर और जमीन की खरीद-बिक्री से जुड़े अन्य लोगों की भूमिका की जांच की जा रही है। इस मामले में और भी नाम सामने आने की संभावना है।
पहले हो चुकी हैं गिरफ्तारियां
मामले में भोंदूदास मानिकपुरी समेत चार आरोपित पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं। यह मामला सरकारी जमीनों के कूटरचित दस्तावेज तैयार कर उन्हें निजी संपत्ति के रूप में बेचने से जुड़ा है। पुलिस घोटाले में शामिल हर व्यक्ति की भूमिका की गहनता से जांच कर रही है।




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