बिलासपुर। गांजा तस्करी के मामले में जेल में बंद तीन आरक्षकों की डेढ़ करोड़ की संपत्ति को पुलिस ने सीज कर दिया है। इन आरक्षकों का नाम लक्ष्मण गाइन, मन्नू प्रजापति और संतोष राठौर है, जो लंबे समय से गांजा तस्करी के एक बड़े गिरोह से जुड़े हुए थे। पुलिस ने इनकी अवैध संपत्ति को जब्त कर न्यायालय में प्रस्तुत किया है, जहां मामले की सुनवाई मुंबई स्थित सफेमा कोर्ट में की जाएगी।





एसपी IPS रजनेश सिंह ने बताया कि जीआरपी ने पहले आरोपित योगेश सोंधिया और रोहित द्विवेदी से 20 किलो गांजा जब्त किया था और एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था। इसके बाद एसीसीयू टीम को सूचना मिली कि जीआरपी के आरक्षक लक्ष्मण गाइन, मन्नू प्रजापति, संतोष राठौर और सौरभ नागवंशी गांजा तस्करी में संलिप्त हैं। ये आरक्षक गांजा तस्करों को पकड़ने के दौरान उनसे गांजा ले लेते थे, जिसे योगेश और रोहित विभिन्न ग्राहकों को बेचते थे। एसीसीयू टीम ने चारों आरक्षकों को पकड़कर पूछताछ की और मामले का खुलासा किया।




गिरफ्तार आरक्षकों की फाइल फोटो

पूछताछ में यह पता चला कि ये आरक्षक विभिन्न स्थानों पर पेट्रोलिंग ड्यूटी के दौरान गांजा तस्करों से गांजा लेकर उसे तस्करी के लिए भेजते थे। उनकी गतिविधियों के बाद, पुलिस ने आरक्षकों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया और उनकी संपत्तियों की जांच शुरू कर दी। जांच में सामने आया कि इन तीनों आरक्षकों ने नशे के कारोबार से बड़ी संपत्ति बनाई थी, जिसकी कुल कीमत डेढ़ करोड़ रुपये के करीब है।

पुलिस ने जिन संपत्तियों को जब्त किया, उनमें लक्ष्मण गाइन और कृष्णा गाइन के नाम पर सिरगिट्टी वार्ड सात में 1600 वर्गफुट जमीन पर स्थित मकान शामिल है, जिसकी कीमत लगभग 50 लाख रुपये है। संतोष राठौर के नाम पर कोरबा जिले के करतला तहसील में 5232 वर्गफीट जमीन है, जिसकी कीमत लगभग 10 लाख रुपये बताई जा रही है। मन्नू प्रजापति के नाम पर बिल्हा तहसील के नगपूरा बोदरी में 1250 वर्गफुट जमीन है, जिसकी कीमत लगभग 15 लाख रुपये है। इसके अलावा, कुसुम प्रजापति और मन्नू प्रजापति के नाम पर सिरगिट्टी में 1428 वर्गफुट जमीन पर मकान है, जिसकी कीमत करीब 40 लाख रुपये है। मन्नू प्रजापति के नाम पर सिरगिट्टी में 1000 वर्गफुट जमीन भी जब्त की गई है, जिसकी कीमत 10 लाख रुपये है।

इसके अलावा, पुलिस ने आरक्षकों के नाम पर कुछ महंगे वाहन भी जब्त किए हैं। लक्ष्मण गाइन के पास हार्ले डेविडसन बाइक और टाटा सफारी कार मिली है, जिनकी कीमत क्रमशः 2.80 लाख रुपये और 20 लाख रुपये है। वहीं, संतोष राठौर के पास हुंडई वेन्यू कार पाई गई, जिसकी कीमत करीब 5 लाख रुपये है।
पुलिस ने इस मामले को अब सफेमा कोर्ट में पेश करने की तैयारी शुरू कर दी है, जहां कोर्ट के आदेश पर इन संपत्तियों को जब्त करने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। इस घटना ने पुलिस विभाग को भी शर्मिंदा कर दिया है, और अब विभागीय जांच भी शुरू की जाएगी ताकि ऐसे मामलों पर कड़ी कार्रवाई की जा सके।

प्रधान संपादक