छत्तीसगढ़ । गौवंश की तस्करी करने वाले 10000 रुपए ईनामी पशु तस्कर को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ट्रैकों के माध्यम से गोवंश को लोड कर कत्ल खाने पहुंचा करता था।
एसडीओपी पाटन हरीश पाटिल ने बताया कि थाना उतई में प्रार्थिया श्रीमती कैलाश बाई पति बाबूलाल यादव (45 वर्ष) निवासी डुमरडीह ने 10 मई को अपने 10 नग भैंस, 06 नग पड़िया तथा 02 नग पड़वा कुल 18 नग मवेशियों की चोरी होने के संबंध में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। थाना उतई में धारा 379 के तहत मामला दर्ज कर विवेचना में लिया गया। इसी प्रकार से 10 सितंबर को मुखबीर से सूचना मिली कि थाना पाटन क्षेत्रान्तर्गत ग्राम फुण्डा में संजय गिरी के फार्म हाउस में बड़ी संख्या में गौवंशीय पशुओं (भैंस) को ट्रक में लोड कर कत्लखाने तस्करी किया जा रहा है। पुलिस की छापे मार कारवाई में 43 नग भैंस, भैंसा, पड़वा को वाहन एवं वाहन चालक इस्तगार अहमद के साथ रंगे हाथों पकड़ा गया। मामले की विवेचना के दौरान ज्ञात हुआ कि उक्त जप्तशुदा पशुओं में थाना उतई क्षेत्रांतर्गत ग्राम डुमरडीह से चोरी हुए मवेशी भी शामिल है तथा मवेशियों की चोरी एवं तस्करी में संजय गिरी गोस्वामी निवासी बाबापारा उतई तथा उसका भाई छन्नु गिरी गोस्वामी एवं अन्य आरोपी शामिल है। जिसमें से पूर्व में संजय गिरी गोस्वामी को गिरफ्तार कर किया जाकर जेल भेजा गया था। आरोपी छन्नु गिरी घटना के बाद से लगातार फरार चल रहा था। शेष फरार आरोपियों पर दुर्ग एसपी द्वारा 10 हजार रुपए नगद राशि के ईनाम की उद्घोषणा की गई थी।





इसी दौरान 28 दिसंबर को मुखबिर से सूचना मिली कि आरोपी छन्नू गिरी गोस्वामी के निवास पर छिपा हुआ है। इस पर उतई पुलिस टीम के द्वारा छापा मार कर आरोपी छन्नू गिरी गोस्वामी पिता सागवत गिरी गोस्वामी 37 वर्ष बाबा पर उतई को गिरफ्तार किया गया।
इस मामले का ईनामी फरार पशु तस्कर छन्नु गिरी गोस्वामी को पुलिस ने गिरफ्तार करने के बाद न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है।




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