पनिका समाज महासमिति नई दिल्ली (भारत) समाज का एक मात्र राष्ट्रीय पंजीयन समाज के लिए अपने स्थायित्व में है ।इस महासमिति में 8प्रदेश का प्रतिनिधित्व हो रहा है।इस महासमिति को प्रति वर्ष जीवित रखने के लिए चार्टड एकाउंटेंट से आडिट कराया जा रहा है।अभी वर्तमान में आज दूरभाष पर हुई डिंडोरी निवासी कोषाध्यक्ष माननीय हुलकरण दास संत से हुई चर्चा अनुसार भारतीय स्टेट बैंक दिल्ली में “महासमिति के नाम खाता”में लगभग 20000रूपये जमा है।
राष्ट्रीय महासचिव डा फूल दास महंत ने बताया कि इस महासमिति ने मानव मानव में भेद न करते हुवे “जाति गौरव को ध्यान रख”साकत और भगत दोनों समूह को एक किया हुआ है और अपनी अहम मांग “पनिका समाज को अनुसूचित जन जाति में”सम्मिलित करने का 51वर्ष पुरानी मांग पर अडिग है,संघर्षरत है।इस मांग के लिए जब दोनों वर्ग के पनिका भाइयों ने मेरे साथ दिल्ली अपने खर्च से फ्लाइट में दिल्ली जाकर प्रधान मंत्री और गृह मंत्री तथा मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के सांसदों को ज्ञापन देखकर पावती लिया तब कुछ सांसदों ने यह कहा कि दिल्ली में तो भाजपा की सरकार है और यदि मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी यदि पनिका समाज भाजपा की सरकार बना देगी तो यह डबल इंजन की सरकार दोनों राज्य में पनिका जाति के लोगों को आदिवासी (अनुसूचित जनजाति )में ले लेंगे।
अतः यह जरूरी हो गया है कि यथा शीघ्र ही दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर की इस महासमिति के मानद सदस्य सी पी सिंह और उड़ीसा के प्रोफेसर करुणाकर बघेल के स्वर्गवासी होने पर इन दो जगह पर साथ ही वयोवृद्ध होने के नाते महासमिति के अध्यक्ष ईश्वर दास लोरिया के लिखित पत्र पश्चात उनके स्थान पर नए अध्यक्ष जिनकी सोच,कार्यशैली , विगत समय में समाज को लेकर सतत कार्य करने की क्षमता के आधार पर महासमिति का पुनर्संगठन किया जाएगा।इस पुनर्संगठन के पश्चात मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में सदस्यता अभियान चलाकर जिला स्तर पर आम चुनाव होगा,तथा प्रदेश स्तर पर अध्यक्ष,उपाध्यक्ष,महासचिव,कोषाध्यक्ष, और कार्यकारिणी का गठन प्रक्रिया कर अपनी 51वर्ष के संघर्ष को मजबूत किया जाएगा। अतः वर्तमान में विभिन्न समिति तथा समूह में बटे समाज के युवा नेतृत्व,अनुभवी जनों , माताओं ,बहनों,भाइयों से आग्रह है,निवेदन है कि संगठन को मजबूती देने में अपना योगदान स्वेच्छा से देवें,तथा विचार भी पॉजिटिव रूप से दें,सहयोग करें।

Author: Ravi Shukla
Editor in chief