**एनएसयूआई प्रदेश सचिव रंजेश सिंह ने अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय में भ्रष्टाचार और स्थाई कुलसचिव की नियुक्ति की बात को लेकर सचिव उच्च शिक्षा विभाग से मिलने वाले थे उससे पहले ही घर से रंजेश सिंह को उठा ले गई पुलिस 6 घंटे तक मोपका चौकी में बैठा कर रखने के बाद 3:30 बजे छोड़ा गया इसके पश्चात एसडीम बिलासपुर को मिलकर ज्ञापन सौंपा ।
सचिव उच्च शिक्षा विभाग, प्रसन्ना आर के अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय बिलासपुर में कार्यक्रम में शामिल होने की सूचना मिलते ही एनएसयूआई प्रदेश सचिव रंजेश सिंह ने विश्वविद्यालय में हो रहे भ्रष्टाचार और स्थाई कुलसचिव की नियुक्ति को लेकर विरोध प्रदर्शन करने का निर्णय लिया था। उन्होंने कहा कि अगर सचिव से मुलाकात नहीं होती तो वे काले झंडे दिखाकर शांतिपूर्वक विरोध करते।
रंजेश सिंह को कार्यक्रम स्थल पर जाने से पहले ही पुलिस द्वारा उनके घर से उठाकर मोपका चौकी ले जाया गया, जहां लगभग 6 घंटे हिरासत में रखा गया। इसके बाद, रंजेश सिंह के साथियों ने एसडीएम कार्यालय में ज्ञापन सौंपते हुए छात्र हित के मुद्दों पर चर्चा की।
रंजेश सिंह ने एसडीएम बिलासपुर, पीयूष तिवारी से मुलाकात के दौरान अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय में हो रहे भ्रष्टाचार और स्थाई कुलसचिव की नियुक्ति न होने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि राज्यपाल महोदय के निर्देश के बावजूद विश्वविद्यालय में कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है, जबकि बस्तर विश्वविद्यालय में कुलसचिव की नियुक्ति मात्र दो दिनों में कर दी गई थी।
रंजेश सिंह ने बताया कि शैलेंद्र दुबे, जो वर्तमान में कुलसचिव के प्रभारी हैं, उनकी नियुक्ति उच्च शिक्षा विभाग द्वारा नहीं की गई है, फिर भी वे वर्षों से कार्य कर रहे हैं, जो नियमों के खिलाफ है।
एसडीएम पीयूष तिवारी ने ज्ञापन स्वीकार करते हुए आश्वासन दिया कि रंजेश सिंह को सचिव से मुलाकात का अवसर दिया जाएगा और मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी।
ज्ञापन सौंपने के दौरान एनएसयूआई के कई प्रमुख छात्र नेता उपस्थित थे, जिनमें पुष्पराज साहू, प्रदीप सिंह, करन यादव, विन्नी विश्वकर्मा, यशोदा वारे, गौरव ठाकुर, गोल्डन गुप्ता, मिट सोनवानी, सौरव मिश्रा, वेद सिंह, सागर, अमित कुमार, अंशु, प्रकाश, राहुल, शुभम सहित अन्य छात्र नेता शामिल थे।