बिलासपुर्। इंस्टाग्राम ,फेसबुक जैसे सोशल मीडिया का दुरूपयोग संगठित गिरोहों द्वारा भयदोहन के लिए जमकर किया जा रहा है और इसमे पढ़े लिखे युवा,महिलाएं रिटायर्ड अधिकारी लगातार शिकार हो रहे है जबकि इस बारे मे पुलिस द्वारा लगातार ऐसे जालसाज लोगो से बचने विभिन्न माध्यमो से लोगो को जागरूक करने का काम किया जा रहा है ।पिछले कुछ समय से शादीशुदा और एक से अधिक् बच्चों की माएं भी पैसे के लोभ में युवकों को अपने जाल् मे फांस कर शादी करने दवाव बनाती है और बात नही बनने पर पुलिस मे एक से अधिक बार दैहिक शोषण,मारपीट आदि की रिपोर्ट दर्ज करा उन्हे जेल तक भिजवा देने की जुर्रत कर रही है ।
ऐसे कई युवा महिलाये. शहर मे सक्रिय है । उनकी रिपोर्ट पर पुलिस बिना जाँच किये मामला दर्ज कर आरोपी को थाने बुला गिरफ्तार करके कोर्ट मे पेश कर देती है । पुलिस् की अपनी मजबूरी है कि कोई महिला अपने साथ दैहि क शोषण की मिथ्या रिपोर्ट कैसे दर्ज करा सकती है ।पुलिस किसी भी प्रकार् के विवाद और आरोपों से बचने के लिए तत्काल मामला दर्ज कर आरोपी को कोर्ट मे पेश कर देती है यह कहते हुए कि हमारा पीछा तो छुटा ।अब आरोपी जाने और कोर्ट जाने लेकिन पुलिस का यह कर्तव्य भी बनता कि रिपोर्ट की या घटना की पहले जाँच करे और उसके बाद ही कोई कार्रवाई करे मगर पुलिस से यह बात कौन कहे ।आरोपी की तो हिम्मत भी नही होती।
एक घटना का हम यहाँ जिक्र जरूर करना चाहेंगे । सकरी थाना क्षेत्र के एक युवक का फेसबुक और इंस्टाग्राम मे एक युवती से दोस्ती हुई महिला एक स्वजातीय युवक को छोड़ दूसरी जाति के युवक से शादी की और दोबच्चों की मा बन गई लेकिन दूसरे पति से किनारा कर फेसबुक और इंस्टा ग्राम मे सक्रिय हो अपना फोटो डालने लगी । फेसबुक और इस्टा ग्राम के फोटो से सम्पर्क मे आये इस युवक के खिलाफ दो बच्चों की मा (इसी महिला )ने जुलाई माह में अनाचार की रिपोर्ट शहर के एक थाने मे दर्ज कराई । पुलिस ने युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया ।दो माह बाद युवक को हाईकोर्ट से जमानत मिल जाती है । युवक जैसे ही जेल से बाहर आता है ,महिला उसके घर जबरदस्ती घुस जाती है और उससे शादी करने दबाब बनाती है । युवक और उसके परिजन् थाने मे आवेदन दे सुरक्षा की मांग करते है उसके बाद वही महिला युवक पर भीड़ भरे सड़क मे मारपीट करने जान से मारने की धमकी देने और शादी के लिए दवाव बनाने का आरोप लगा रिपोर्ट दर्ज कराने तीन पुलिस स्टेशन मे जाती है मगर दो थानो मे उसको वापस लौटा दिया जाता है लेकिन तीसरे थाने मे युवक के खिलाफ् मामला दर्ज कर उसे फोन से थाना बुलाया जाता है । थाने पहुँचने पर युवक को गिरफ्तार कर सिटी मजिस्ट्रेट के कोर्ट मे पेश किया जाता है जहा से युवक को जमानत मिल जाती है । परिवार के लोग और युवक के परिचित उसे सलाह देते है कि वह शहर से कही दूर आज ही चले जाये नही तो उसके खिलाफ फिर वह महिला पुलिस मे रिपोर्ट दर्ज करा देगी । परेशान युवक रात को ही गायब हो जाता है लेकिन उसकी परेशानी कम होने का नाम नही ले रही । सुबह पुलिस ने उसे फिर फोन किया और थाने बुलाया ।शायद उस महिला ने फिर रिपोर्ट दर्ज करवाया है । उसके समझ ने नही आ रहा कि अब वो क्या करे? पूरे मामले मे कुछ प्रश्न उठ रहे ; महिला के साथ मारपीट और धमकी के वक्त क्या सड़क सुनसान थी,यदि नही तो कोई भी राहगीर हस्तक्षेप करने क्यो नही आया । घटना के शायद गवाह भी होंगे । पुलिस ने उन गवाहो से पूछताछ की? युवक का कहना है घटना केवक्त वह दूर गांव मे सेलून मे बैठ बाल कटवा रहा था तो क्या पुलिस ने उस सेलून वाले को बुलाकर पूछताछ की? इसी तरह की कुछ और शादी शुदा महिलाये जो कोर्ट कचहरी यहाँ तक कि हाईकोर्ट का भी चक्कर लगाते रहती हैँ के द्वारा कई युवकों को दोहन पश्चात जेल का रास्ता दिखवा चुकी है. । हम तो फेसबुक और इंस्टा ग्राम मे दिनरात सक्रिय रहने वाले युवको से यही अपील कर सकते है कि शादी शुदा ऐसी महिलाओ से बचकर रहें अन्यथा भया दोहन और जेल जाने के लिए तैयार रहें पुलिस कभी भी तलब् कर सकती है ,सामाजिक प्रतिष्ठा धूमिल होगी वो अलग ।ज्यादा हुआ तो अनचाही शादी भी करनी पड़ सकती है जो जिंदगी भर की सजा हो सकती है ।

Author: Ravi Shukla
Editor in chief