सोलह महीनमें ३७ वीं सफल ट्रैप की कार्रवाई ,रिश्वत की चुस्की लेना भारी पड़ा नायब तहसीलदार को
बिलासपुर।एनटीपीसी सीपत के पास एक कॉफी-हाउस की शाम एक फिल्मी सीन बन गई। कप में उठती भाप के बीच जैसे ही नायब तहसीलदार ने 50,000 रिश्वत की गड्डी लिए बाहर बैठे एसीबी के जवानों ने मौके को पहचान लिया। अगले ही पल कॉफी की महक में एसीबी की खनक घुल गई और कॉफी-ट्रैप का यह एपिसोड बिलासपुर की एसीबी के डीएसपी रजनीश सिंह के नाम दर्ज हो गया।

दरअसल, ग्राम बिटकुला के किसान प्रवीण पाटनवार ने शिकायत की थी कि उसकी माँ के निधन के बाद 21 एकड़ जमीन पर फौती दर्ज कराने के लिए नायब तहसीलदार देश कुमार कुर्रे ने 1.5 लाख की रिश्वत मांगी। किसान ने पैसे देने के बजाय एसीबी से संपर्क किया और वहीं से शुरू हुआ ऑपरेशन कॉफी-कैच और अंततः एसीबी सफल हुई ।
शिकायत की पुष्टि के बाद एसीबी ने ट्रैप की पूरी स्क्रिप्ट तैयार की। योजना के मुताबिक किसान ने तहसीलदार को 50,000 की पहली किश्त देने का झांसा दिया। तय जगह एनटीपीसी सीपत के पास कॉफी-हाउस फिर क्या था नतीजा सामने है ।
जैसे ही आरोपी ने नोटों की गड्डी हाथ में ली, बाहर तैनात एसीबी टीम अंदर घुसी एक पल में कॉफी टेबल बदलकर क्राइम सीन बन गई। आरोपी की जेब से बरामद की गई पूरी रकम जब्त कर ली गई।

एसीबी बिलासपुर के डीएसपी अजितेश सिंह ने बताया कि आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की धारा 7 के तहत केस दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा भ्रष्टाचार के खिलाफ हमारी कार्रवाई लगातार जारी रहेगी अब चाहे रिश्वत चाय की प्याली में मिले या कॉफी के कप में ?

डीएसपी रजनीश सिंह ने आम जनता से भी अपील की है कि यदि कोई अधिकारी रिश्वत मांगे, तो तुरंत संपर्क करें 9926111932,07752-250362।
गौरतलब है कि यह एसीबी बिलासपुर की सोलह महीनमें 37वीं सफल ट्रैप कार्रवाई है और यह कार्रवाई साबित करती है कि अब रिश्वत की चुस्की लेना भी महँगा सौदा पड़ सकता है।
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