बिलासपुर।एसईसीएल के निदेशक तकनीकी–योजना-परियोजना का पदभार रमेश चंद्र महापात्रा ने सीएमडी हरीश दुहन की उपस्थिति में ग्रहण किया।इस अवसर पर एसईसीएल के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक सीएमडी हरीश दुहन ने महापात्रा का स्वागत करते हुए उन्हें नई जिम्मेदारी के लिए शुभकामनाएँ दीं। इस अवसर पर उनकी पत्नी शुभश्री महापात्रा भी मौजूद थीं।
निदेशक तकनीकी,निदेशक कार्मिक ने भी दी बधाई
इस दौरान एसईसीएल के निदेशक तकनीकी–संचालन एन. फ्रेंकलिन जयकुमार और निदेशक कार्मिक बिरंची दास ने भी उनसे मुलाकात कर उनके उज्जवल भविष्य की उन्हें शुभकामनाएँ दीं।
एसईसीएल का पदभार ग्रहण करने से पहले महापात्रा ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड ईसीएल के झांझरा क्षेत्र में क्षेत्रीय महाप्रबंधक के पद पर कार्यरत थे।
तीन दशक का अनुभव
खनन क्षेत्र में तीन दशक से अधिक अनुभव रखने वाले महापात्रा परिचालन में रणनीतिक दृष्टिकोण और नवाचारी नेतृत्व के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने वर्ष 1990 में आईआईटी-बीएचयू से माइनिंग इंजीनियरिंग में डिग्री प्राप्त की। उन्होंने मानव संसाधन प्रबंधन में एमबीए किया है और वे इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स इंडिया के फेलो भी रहे ।
करियर की शुरुआत एसईसीएल से
महापात्रा ने अपने करियर की शुरुआत एसईसीएल के कोरबा क्षेत्र की सूराकछार कोलियरी से की थी। इसके बाद उन्होंने कोलियरी मैनेजर प्रोजेक्ट ऑफिसर अतिरिक्त महाप्रबंधक और क्षेत्रीय महाप्रबंधक जैसे पदों पर कार्य किया।
अपने लंबे कार्यकाल में उन्होंने कोल इंडिया लिमिटेड सीआईएल की कई बड़ी भूमिगत और ओपनकास्ट परियोजनाओं का नेतृत्व किया। उत्पादन वृद्धि आधुनिक प्रौद्योगिकी का समावेश भूमि एवं पुनर्वास संबंधी जटिल मुद्दों के समाधान और स्थानीय समुदायों से जुड़ाव मजबूत करने में उनकी भूमिका उल्लेखनीय रही है।
अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रतिनिधित्व
उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी भारतीय कोयला क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया है, जिनमें अफ्रीकन माइनिंग इंदाबा केप टाउन दक्षिण अफ्रीका और चेक गणराज्य में औद्योगिक सहयोग वार्ताएँ शामिल हैं।उक्त जानकारी एसईसीएल के जनसंपर्क अधिकारी सनीश चंद्रा ने दी ।

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