बिलासपुर। कोटा क्षेत्र के जोगीपुर स्थित हाई स्कूल के प्रभारी प्राचार्य पर शिक्षिका ने छेड़खानी और जान से मारने की धमकी देने का गंभीर आरोप लगाया है। शिक्षिका की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। इसके बाद से ही आरोपी प्रभारी प्राचार्य फरार हो गया है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है।

शिकायत में शिक्षिका ने बताया कि प्रभारी प्राचार्य मनीष वर्मा आए दिन उनसे अनुचित व्यवहार करते थे। वह छोटी-छोटी बातों पर गाली-गलौज करने के साथ कई बार उन्हें अकेला पाकर गलत तरीके से छूने का प्रयास भी कर चुके हैं। शिक्षिका का कहना है कि आरोपित अपने वैवाहिक जीवन की समस्याओं का हवाला देकर निजी बातचीत करने का प्रयास करता था। उनकी हरकतों को समझकर जब शिक्षिका ने दूरी बनानी शुरू की तो वह कामकाज में अनावश्यक दखल देने और गलतियां निकालने लगा। 21 अगस्त को नौवीं कक्षा के विद्यार्थियों की जानकारी रजिस्टर में न भरने की बात पर विवाद हुआ। शिक्षिका का आरोप है कि इस दौरान प्रभारी प्राचार्य ने गाली-गलौज करते हुए उन्हें जान से मारने की धमकी दी और धक्का-मुक्की की। उनकी अशोभनीय हरकतों की जानकारी शिक्षिका ने सहकर्मियों को भी दी थी। सहकर्मी शिक्षकों ने भी स्वीकार किया कि प्रभारी प्राचार्य आए दिन स्टाफ को अनावश्यक धमकियां देता है और संस्था प्रमुख होने का रौब झाड़ता है।
प्राचार्य ने कहा काम में लापरवाही, टोकने पर दी थी केस में फंसाने की धमकी
प्रभारी प्राचार्य मनीष वर्मा ने भी गुरुवार को डीईओ कार्यालय में शिक्षिका के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। उनका कहना है कि मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता कार्यक्रम के तहत उन्होंने नौवीं कक्षा के बच्चों का रजिस्टर पूरा करने को कहा था। इसी बात को लेकर शिक्षिका भड़क गई और अभद्र भाषा का प्रयोग किया। प्रभारी प्राचार्य का आरोप है कि संबंधित शिक्षिका समय पर स्कूल नहीं आतीं और अक्सर समय पूरा होने से पहले ही चली जाती हैं। इसके कारण अन्य शिक्षकों की कक्षाएं प्रभावित होती हैं। संस्था प्रमुख होने के नाते जब उन्होंने इस संबंध में समझाइश दी तो शिक्षिका ने उन्हें केस में फंसाने की धमकी दी।

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