शिकायत पर पुलिस ने दोनों पक्षों पर किया जुर्म दर्ज, कोचिया पर पहले से दर्ज हैं आबकारी एक्ट के मामले
बिलासपुर। रतनपुर क्षेत्र के ग्राम लखराम में अवैध शराब के कारोबार से जुड़े कोचिया और उसके बेटे ने मिलकर शराब दुकान के मैनेजर पर जानलेवा हमला कर दिया। इस हमले में मैनेजर के सिर में गंभीर चोटें आई हैं। घायल मैनेजर ने थाने पहुंचकर घटना की शिकायत की, जिस पर पुलिस ने अपराध दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

घटना एक अगस्त की रात की है। ग्राम लखराम निवासी संतोष केंवट सरकारी शराब दुकान में मैनेजर हैं। रोजाना की तरह दुकान बंद करने के बाद रात करीब 11 बजे वे घर लौट रहे थे। जैसे ही वे पेट्रोल पंप के पास पहुंचे, तभी कोचिया देवकुमार का बेटा अपने साथी मंथन सूर्यवंशी के साथ पहुंचा और मैनेजर को रोक लिया। दोनों ने मिलकर संतोष केंवट के साथ गाली-गलौज और मारपीट शुरू कर दी। संतोष ने जब भागने की कोशिश की तो मंथन ने उनके सिर पर डंडा मार दिया। सिर पर गंभीर चोट लगने के बाद किसी तरह जान बचाकर भागे संतोष ने तत्काल रतनपुर थाने में शिकायत दर्ज करवाई। सूचना पर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची लेकिन तब तक दोनों आरोपी फरार हो चुके थे। पुलिस ने संतोष केंवट की शिकायत पर अपराध दर्ज कर लिया है।
इधर घटना के अगले दिन कोचिया देवकुमार खुद थाने पहुंचा और शराब दुकान के मैनेजर पर ही मारपीट के आरोप लगा दिए। पुलिस ने उसकी शिकायत पर भी अपराध पंजीबद्ध कर लिया है। बताया जाता है कि कोचिया देवकुमार के खिलाफ पूर्व में भी आबकारी एक्ट के मामले दर्ज हैं। उसके हाल ही में आबकारी विभाग की टीम ने उसे अवैध शराब के साथ पकड़ा था, लेकिन बाद में कथित लेनदेन कर मामला रफा-दफा कर दिया गया था। इसी प्रकार कुछ समय पहले रतनपुर पुलिस ने उसके बेटे को भी अवैध शराब के साथ पकड़ा था, जिसे गांव में ही लेनदेन के बाद छोड़ दिया गया। इन घटनाओं के बाद से कोचिया देवकुमार शराब दुकान के कर्मचारियों पर मुखबिरी का आरोप लगाता रहा है और इसी कारण से उसने अपने बेटे के जरिए मैनेजर पर हमला करवाया।

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