क्या साय के मंत्रिमंडल और राज्य के प्रशासनिक मुखिया के पद पर उड़िया समाज का प्रतिनिधित्व नजर आएगा ?
छत्तीसगढ़ रायपुर। छत्तीसगढ़ शासन के वर्तमान चीफ सेक्रेटरी अमिताभ जैन का रिटायरमेंट करीब है। ऐसे में सूबे के आने वाले मुख्य सचिव को लेकर आईएएस के साथ ही आईपीएस लाबी में जमकर चर्चा छिड़ी हुई है। दिल्ली से आने वाले आईएएस के अलावा छत्तीसगढ़ सरकार के बीते कार्यकाल के दौरान ताकतवर बनकर उभरे आईएएस सुब्रत साहू के नाम की चर्चा भी जोरों से छिड़ी हुई है।
1992 बैच के आईएएस अफसर सुब्रत साहू के सीएस बनने की अटकलें तेज
1992 बैच के आईएएस अफसर सुब्रत साहू के सीएस बनने की अटकलें तेज होने लगी है। जैसे-जैसे वर्तमान सीएस का रिटायरमेंट करीब आते जा रहा है,उसी अंदाज में राज्य शासन के नए प्रशासनिक मुखिया के नाम को लेकर भी चर्चा का दौर चल रहा है। चर्चा और अटकलों के बीच आईएएस सुब्रत साहू के नाम की चर्चा कुछ ज्यादा ही हो रही है। पांच साल पहले लाबी ने उनके कामकाज को बेहतर तरीके से देखा और परखा है। तब वे तत्कालीन सीएम भूपेश बघेल के बेहद खास और विश्वस्त अफसरों में से एक माने जाते थे। पूरे पांच साल सत्ता के गलियारों से लेकर सीएम सेक्रेटिएट में उनकी ही चली। यही कारण है कि प्रदेश में भाजपा की सरकार बनते हुए उनको किनारे कर दिया गया था। बीते एक साल से लूप लाइन माने जाने वाले डिपार्टमेंट संभाल रहे हैं। मौजूदा सीएस के रिटारयमेंट और आईएएस अफसरों की वरिष्ठता के साथ ही दौड़ में शामिल अफसरों को लेकर अब गंभीरता के साथ चर्चा शुरू हो गई है। इन्हीं गंभीर नामों से एक सुब्रत साहू का भी है।
कांग्रेस सरकार के दौरान आईएएस साहू के सीएस बनना तय माना जा रहा था। लेकिन वे सीएस नहीं बन पाए। इसके बाद भी सीएम सचिवालय में उनकी धाक कायम रही। एसीएस टू सीएम के साथ ही महत्वपूर्ण विभागों का कामकाज देखते रहे हैं।
उड़िया कनेक्शन की जमकर चर्चा

सीएस के साथ ही मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय मंत्रिमंडल का भी विस्तार होना है। इसे संयोग कहना ही उचित होगा कि वेटिंग इन मिनिस्टर और वेटिंग इन सीएस में उड़िया कनेक्शन की चर्चा जमकर हो रही है। दिल्ली से लेकर छत्तीसगढ़ में उड़िया लाबी की लाबिंग को लेकर अटकलें भी लगाई जा रही है। चर्चा तो इस बात की भी हो रही है कि लाबी अगर सही काम कर गया तो सीएम साय के मंत्रिमंडल और राज्य के प्रशासनिक मुखिया के पद पर उड़िया समाज का प्रतिनिधित्व नजर आएगा।

Author: Ravi Shukla
Editor in chief