नकल के नए प्रयोग चौंकाने वाले
छत्तीसगढ़ ।दुर्ग जिले के हेमचंद यादव विश्वविद्यालय की वार्षिक परीक्षाओं के दौरान नकल पर लगाम लगाने के लिए बनाई गई उड़नदस्ता टीम ने विभिन्न कॉलेजों से कुल 48 नकलची स्टूडेंट्स को पकड़ा । ये छात्र अलग-अलग तरीकों से नकल करते पकड़े गए कोई पर्ची लेकर आया था, तो किसी ने मोबाइल में उत्तर छिपा रखा था। कई छात्र-छात्राओं की हथेली और रूमाल तक पर उत्तर लिखे मिले।
कॉलेजों में पहुंची टीम, हर जगह मिले नकलची
विशेष निगरानी के लिए बनाई गई दो उड़नदस्ता टीमों में डॉ. दिनेश कुमार नामदेव, डॉ. नरेशधर दिवान, डॉ. ऋतु दुबे, डॉ. रमेश त्रिपाठी और डॉ. अल्का मिश्रा जैसे अधिकारी शामिल हैं। इन टीमों ने लगातार कॉलेजों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान कई जगह नकल करते छात्र-छात्राएं पकड़े गए।
कहां कितने नकलची पकड़े गए

कवर्धा के गृथमुनि नाम साहेब महाविद्यालय से 5 दुर्ग के तामस्कर महाविद्यालय से 5 कन्या महाविद्यालय, दुर्ग से 3 साजा, खैरागढ़ और भिलाई महिला कॉलेज से 3-3 बेमेतरा, बेरला, शंकराचार्य कॉलेज, सुराना कॉलेज, सोमनी, अंबागढ़ चौकी और पांड़ातराई से 2-2 अन्य कॉलेजों से 1-1 छात्र पकड़ा गया
नकल के नए प्रयोग चौंकाने वाले
परीक्षा हॉल में स्टूडेंट्स मोबाइल फोन लेकर पहुंचे थे। कुछ ने उत्तर रूमाल में छिपा रखे थे, तो किसी के पास पुराने प्रश्नपत्र में जवाब लिखे मिले। कई ने तो एडमिट कार्ड पर ही उत्तर लिख रखे थे। कुछ के पास पेंसिल से लिखे बोर्ड नोट्स तक मिले।
समझाइश भी दी, लेकिन कार्रवाई भी जारी रहेगी
डॉ. दिनेश नामदेव ने बताया कि नकल करते पकड़े गए स्टूडेंट्स को समझाइश दी गई है। सभी प्रकरण विश्वविद्यालय स्तर पर दर्ज किए जा चुके हैं। उड़नदस्ता टीम का निरीक्षण आगे भी जारी रहेगा।

अधिमान्य पत्रकार छत्तीसगढ़ शासन