बिलासपुर। रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) बिलासपुर की तकनीशियन पद की परीक्षा में एक चौंकाने वाला फर्जीवाड़ा सामने आया है। एक ही युवक ने चार अलग-अलग नामों से परीक्षा में हिस्सा लिया और दस्तावेज सत्यापन के दौरान पकड़ में आ गया। रेलवे अधिकारियों की सतर्कता और बायोमैट्रिक जांच के जरिए यह गड़बड़ी उजागर हुई, जिसके बाद आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है।

जानकारी के अनुसार, पकड़े गए युवक ने राजेश कुमार उर्फ अविनाश यादव नाम से अपनी पहचान छिपाकर अलग-अलग नामों से परीक्षाएं दीं। उसने शुभम कुमार के नाम से दो बार, सुमीत कुमार और अवनीश कुमार के नाम से एक-एक बार ऑनलाइन परीक्षा दी थी। इन सभी प्रयासों में उसने अलग-अलग फोटो अपलोड किए थे, जिससे संदेह न हो। परीक्षा के दौरान केंद्रों में बायोमैट्रिक उपस्थिति और फोटोग्राफी की गई थी। जब दस्तावेज सत्यापन के समय सुमीत कुमार के नाम से वह युवक पहुंचा, तब बायोमैट्रिक मिलान में गड़बड़ी सामने आई और पूरी सच्चाई उजागर हो गई।
रेलवे भर्ती बोर्ड कार्यालय के अधीक्षक योगेंद्र कोयल ने पूरे मामले की शिकायत तोरवा थाना पुलिस से की है। उन्होंने बताया कि तकनीशियन पद के लिए देशभर के विभिन्न परीक्षा केंद्रों में 20, 26, 28 और 29 दिसंबर 2024 को परीक्षा आयोजित की गई थी। दस्तावेजों और बायोमैट्रिक रिकार्ड की जांच में यह पुष्टि हुई कि चारों नामों के पीछे एक ही व्यक्ति था।
शिकायत पर पुलिस ने युवक के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धोखाधड़ी संबंधी धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। अब पुलिस आरोपी की विस्तृत जांच कर रही है कि कहीं उसने पहले भी किसी परीक्षा या नौकरी में इस तरह की धोखाधड़ी तो नहीं की। इस मामले ने रेलवे भर्ती प्रक्रिया की सख्ती और पारदर्शिता की उपयोगिता को एक बार फिर साबित कर दिया है।

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