बिलासपुर। सीपत थाना क्षेत्र के ग्राम हिंडाडीह में फसल की सुरक्षा के लिए खेत में लगाए गए फेंसिंग तार में करंट प्रवाहित करने से 10 वर्षीय मासूम बच्ची की दर्दनाक मौत हो गई। घटना के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

जानकारी के अनुसार, ग्राम हिंडाडीह निवासी फागुराम धनुहार की बेटी सरिता (10) मंगलवार 30 अप्रैल की दोपहर घर के बाहर सहेलियों के साथ खेल रही थी। इसी दौरान वह खेलते-खेलते गांव के समीप स्थित सखवा नाला के पास पहुंच गई, जहां खेत की सीमा पर करंटयुक्त फेंसिंग तार में उलझकर वह अचेत हो गई। उसके साथ खेल रही सहेली चांदनी ने घर आकर परिजनों को घटना की जानकारी दी। इसके बाद सरिता का मामा रामानंद मौके पर पहुंचा और लकड़ी की मदद से करंट लगे तार से भांजी को अलग किया। उसे तत्काल सीपत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
घटना की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और पंचनामा कर शव का पोस्टमार्टम कराया। पीएम रिपोर्ट में करंट लगने से मौत की पुष्टि हुई। इसके बाद पुलिस ने बिजली विभाग को जांच के लिए पत्र लिखा। जांच में सामने आया कि गांव के किसान कमलेश रोहिदास ने अपने खेत की रखवाली के लिए फेंसिंग तार में बिजली प्रवाहित की थी। उसने खेत की बिजली के लिए अवैध कनेक्शन लिया था और बिना किसी सुरक्षा उपाय के तार में करंट छोड़ रखा था।
बिजली विभाग की रिपोर्ट और पुलिस जांच के आधार पर आरोपी किसान कमलेश रोहिदास के खिलाफ विद्युत अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। साथ ही, भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 105 के अंतर्गत भी प्रकरण दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। पुलिस का कहना है कि मामले की विस्तृत जांच की जा रही है और दोषी के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।

अधिमान्य पत्रकार छत्तीसगढ़ शासन