बिलासपुर। ड्यूटी में लापरवाही के चलते निलंबित किया गया आरक्षक रजनीश लहरे अनुशासनहीनता की सारी हदें पार करता हुआ जांजगीर-चांपा जिले के डभरा क्षेत्र में वसूली करने पहुंच गया। वर्दी का भय दिखाकर वाहन चालकों से पैसे ऐंठते हुए उसे पुलिस ने रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। उसके साथ एक और युवक को भी पकड़ा गया है, जबकि एक आरोपी फरार है जिसकी तलाश जारी है।

आरक्षक रजनीश लहरे पुलिस लाइन में पदस्थ था और उसे बंदी सुरक्षा की ड्यूटी सौंपी गई थी। 28 अप्रैल को ड्यूटी के दौरान लापरवाही बरतने के चलते एनडीपीएस एक्ट का एक आरोपी जिला अस्पताल से फरार हो गया। इस लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी रजनेश सिंह ने रजनीश लहरे सहित एक अन्य आरक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
निलंबन के बाद भी रजनीश लहरे सुधरने की बजाय जांजगीर-चांपा के डभरा थाना अंतर्गत पुटीडीह पहुंच गया। वहां उसने अपने दो साथियों के साथ मिलकर आउटर क्षेत्र में वाहनों को रोकना और फर्जी पुलिस कार्रवाई दिखाकर वसूली शुरू कर दी। बुधवार सुबह बलौदा बाजार निवासी पिकअप वाहन चालक जीवन साहू जब वहां से गुजर रहा था, तब उसकी गाड़ी को एक सायरन लगी कार से रुकवाया गया। कार से उतरे युवक ने खुद को पुलिसकर्मी बताते हुए गाड़ी के कागजात दिखाने को कहा और फिर धमकाकर एक हजार रुपये वसूल लिए।
घटना के कुछ समय बाद डभरा पुलिस की पेट्रोलिंग टीम वहां पहुंची। ड्राइवर ने पूरी जानकारी उन्हें दी। इसके बाद पुलिस ने घेराबंदी कर माण्ड नदी के पास वसूली कर रहे रजनीश लहरे और विक्की उर्फ छोटू दास को धरदबोचा। तीसरा आरोपी मौके से फरार हो गया है।
पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है और फरार साथी की तलाश की जा रही है।

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