बिलासपुर। शहर में यातायात व्यवस्था को दुरुस्त और नियमों का उल्लंघन रोकने के लिए ट्रैफिक पुलिस अब तकनीकी रूप से और सशक्त हो गई है। इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) के सॉफ्टवेयर को अपग्रेड कर दिया गया है। इसके तहत अब यातायात नियम तोड़ने वालों पर पहले से ज्यादा सटीक नजर रखी जाएगी। नियमों का उल्लंघन करने पर तुरंत ऑनलाइन जुर्माने की सूचना भेजी जाएगी और समय पर जुर्माना नहीं भरने पर मामला ऑनलाइन न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।

यातायात एएसपी रामगोपाल करियारे ने बताया कि शहर भर में 500 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिनके माध्यम से ट्रैफिक नियमों की निगरानी की जा रही है। जैसे ही कोई वाहन चालक रेड सिग्नल तोड़ता है, गलत दिशा में वाहन चलाता है या बिना हेलमेट, सीट बेल्ट चलता है, तो कैमरा उसकी तस्वीर रिकॉर्ड कर लेता है। इसके बाद उस वाहन के पंजीयन नंबर के आधार पर उल्लंघन की जानकारी वाहन मालिक को ऑनलाइन भेज दी जाती है।
यदि वाहन मालिक तय समय सीमा में जुर्माना नहीं भरता, तो उसका मामला ऑनलाइन न्यायालय में भेजा जाएगा। इसके बाद भी यदि व्यक्ति न्यायालय में उपस्थित नहीं होता, तो इसकी सूचना आरटीओ को दी जाएगी। आरटीओ की ओर से वाहन जब्ती, लाइसेंस निरस्तीकरण सहित अन्य विधिक कार्रवाई की जाएगी।
नंबर प्लेट से छेड़छाड़ करने वालों पर शिकंजा
कुछ वाहन चालक ऑनलाइन जुर्माने से बचने के लिए नंबर प्लेट से छेड़छाड़ कर रहे हैं या उसे पूरी तरह हटा देते हैं। ऐसे मामलों में पुलिस अब कड़ाई से पेश आ रही है। नंबर प्लेट में बदलाव करना एक आपराधिक कृत्य है और ऐसे मामलों में संबंधित वाहन चालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा रही है।
ट्रैफिक पुलिस के अनुसार, अब तक कई वाहन चालकों को न्यायालय के आदेश पर जेल भी भेजा गया है। अधिकारियों का कहना है कि नंबर प्लेट से छेड़छाड़ न केवल ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन है, बल्कि अपराधियों को पहचान से बचाने का जरिया भी बनता है। सख्त कार्रवाई से न सिर्फ ट्रैफिक अनुशासन बेहतर होगा, बल्कि आपराधिक घटनाओं में भी कमी आएगी।

अधिमान्य पत्रकार छत्तीसगढ़ शासन