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April 12, 2025 2:55 pm

IAS Coaching

जिलाध्यक्षों को मिले अधिकार, टिकट दिलाने वाले नेता जिताने की भी ले जिम्मेदारी

दिल्ली बैठक में जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विजय केशरवानी व शहर अध्यक्ष विजय पांडेय ने प्रभारी महामंत्री वेणुगोपाल को सौंपी विस्तृत रिपोर्ट

छत्तीसगढ़ बिलासपुर। राजधानी दिल्ली में कांग्रेस के लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी , राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ,प्रभारी महामंत्री केसी वेणुगोपाल , छत्तीसगढ़ प्रभारी सचिन पायलट की उपस्थिति में छत्तीसगढ़ सहित अन्य प्रदेश के जिला अध्यक्ष की बैठक हुई। बैठक में जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विजय केशरवानी व शहर अध्यक्ष विजय पांडेय को अपनी बात रखने का मौका मिला। जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विजय केशरवानी ने कहा कि लोकसभा या विधानसभा के अलावा स्थानीय निकाय के चुनाव में जो नरेता अपने समर्थकों को टिकट दिलाते हैं ऐसे उम्मीदवारों को जीताने की जिम्मेदारी भी उनकी ही होनी चाहिए। टिकट बंटवारे में जब वे अपने कोटे से अधिकारपूर्वक समर्थकों के लिए टिकट मांगता है तो जीताने की जिम्मेदारी भी उनकी होनी चाहिए। यह जिम्मेदारी संगठन स्तर पर दी जानी चाहिए। अधिकृत उम्मीदवार के खिलाफ बागी होकर चुनाव लड़ने वाले कार्यकर्ता या नेता को मैदान से हटाने की जिम्मेदारी भी लेनी चाहिए। जिलाध्यक्ष ने कहा कि समझाइश के बाद भी बगावत करने वालों के लिए पार्टी का दरवाजा हमेशा-हमेशा के लिए बंद कर देना चाहिए। चाहे वह कितना बड़ा नेता क्यों ना हो। पार्टी अनुशासन से बड़ा कोई नहीं होना चाहिए।

जिलाध्यक्षों ने इस पर किया फोकस


देश के सात राज्यों के जिलाध्यक्षों की मीटिंग में राहुल गांधी सहित दिग्गज नेताओं की मौजूदगी में संगठनात्मक विषयों के अलावा जिलाध्यक्षों के अधिकार और अनुशासन पर गहन मंथन किया गया। जिलाध्यक्षों को संगठन की मजबूती के अलावा जिलाध्यक्षों को अधिकार सम्पन्न बनाने पर जोर दिया। संगठनात्मक परिचर्चा के दौरान ब्लाक, जोन और बूथ को मजबूत बनाने की दिशा में काम करने और कार्ययोजना बनाने पर जोर दिया। मतदाता सूची बनाने के काम में संगठन के जिम्मेदार पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं पर भरोसा करने और सूची में कांग्रेस परिवार के सदस्यों के अलावा पार्टी के प्रति प्रतिबद्धता दर्शाते वाले परिवार और लोगों के नाम को शामिल कराने पर जोर दिया।

नगरीय निकाय चुनाव के दौरान अनुशासनहीनता का उठा मुद्दा

जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विजय केशरवानी और शहर अध्यक्ष विजय पांडेय ने नगरीय निकाय चुनाव के दौरान और बाद की घटनाओं को लेकर एआइसीसी के महासचिव वेणुगोपाल से लिखित में शिकायत दर्ज कराई और विस्तृत रिपोर्ट सौंपी।

नगर निगम चुनाव के बाद संगठन को लेकर अनर्गल टिप्पणी की गई। ऐसा कर संगठन को कमजोर करने की कोशिशें भी की गई। समानांतर बैठकें कर संगठन के कामकाज को लेकर प्रतिकूल टिप्प्णी की गई। चुनाव के दौरान और बाद भी इस तरह की गतिविधियां चलती रही।

पार्टी लाइन से बाहर जाने वालों के लिए बने कड़े मापदंड
अध्यक्षों ने सुझाव दिया कि पार्टी लाइन से बाहर जाने वालों के लिए कड़े अनुशासनात्मक कार्रवाई की जानी चाहिए। पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने वालों के खिलाफ अनिवार्य रूप से निष्कासन की कार्रवाई होनी चाहिए। कार्रवाई के दौरान जो समय सीमा तय की जाती है उसके पहले वापसी नहीं होनी चाहिए।

संगठन को सुचारु रूप से संचालित करने के लिए जिलाध्यक्षों को अधिकार सम्पन्न बनाया जाए। ब्लाक अध्यक्षों की नियुक्ति से लेकर टीम बनाने का अधिकार मिले।
विधानसभा,लोकसभा या अन्य चुनाव समितियों में जिलाध्यक्षों को अनिवार्य रूप से शामिल किया जाए। ज़िलाध्यक्ष जमीनी हकीकत से वाकिफ होता है।
अनुशासनहीनता में जिला अध्यक्षों को पर्याप्त अधिकार मिले जिससे पार्टी विरोधी गतिविधियों में नियंत्रण लगाया जा सके। कांग्रेस की अनुषांगिक संगठनों, मोर्चा, विभाग,प्रकोष्ठों में नियुक्ति के लिये ज़िलाध्यक्षो की अनुशंसा जरूरी हो ,ताकि ज़िलाध्यक्ष के प्रति पदाधिकारियों की जवाबदेही बनी रहे और निष्क्रिय पदाधिकारियों को पद से हटाने का अधिकार मिले।

इन्होंने ली जिलाध्यक्षों की बैठक


3 अप्रैल को दिल्ली में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी , राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ,प्रभारी महामंत्री केसी वेणुगोपाल , छत्तीसगढ़ प्रभारी सचिन पायलट की उपस्थिति में छत्तीसगढ़ सहित अन्य प्रदेश के जिलाध्यक्षों की बैठक हुई। बैठक में प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ,पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल,सहप्रभारी विजय जांगीद ज़रीता लेटफ़्लांग ,संपत कुमार शामिल हुए ।

Ravi Shukla
Author: Ravi Shukla

Editor in chief

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