कोरबा। छत्तीसगढ़ में यह पहली बार हो रहा है जब गैंगरैप के छह में से पांच आरोपियों को कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई है। एक आरोपी को आजीवन कारावास भुगतना पड़ेगा। आरोपियों ने पहाड़ी कोरवा युवती के साथ पहले गैंगरैप किया और उसके बाद पीड़िता के अलावा पिता व एक मासूम की हत्या कर दी।
कोरबा के फास्ट ट्रैक कोर्ट में मामले की सुनवाई हुई। सुनवाई के बाद एफटीसी ने अपने फैसले में लिखा है कि पांच आरोपियों को तब तक फांसी के फंदे पर लटकाया जाए जब तक की उनकी मृत्यु ना हो जाए। एक आरोपी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। प्रदेश का यह पहला मामला है जिसमें एक ही मामले में एक साथ पांच आरोपियों को फांसी की सजा सुनाई गई।
विकासखंड कोरबा अंतर्गत एक पहाड़ी कोरवा परिवार के तीन सदस्यों की हत्या 29 जनवरी 2021 को हुई थी। इस मामले में पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया था। मामले की सुनवाई कोरबा के फास्ट ट्रेक कोर्ट में चल रही थी। कोर्ट ने पुलिस की ओर से आरोपी बनाए गए 6 लोगों को कोरवा परिवार की बच्ची से दुष्कर्म व उसकी हत्या के अलावा दो अन्य सदस्यों की हत्या का भी दोषी माना। कोर्ट ने इस मामले में पांच लोगों को मृत्युदंड दिया है। संतराम मंझवार उम्र 45 वर्ष, अनिल कुमार सारथी उम्र 20 वर्ष, परदेशी दास उम्र 35 वर्ष, आनंद दास उम्र 26 वर्ष और अब्दुल जब्बार उर्फ विक्की मेमन शामिल हैं। सभी विकासखंड कोरबा अंतर्गत सतरेंगा थाना लेमरू क्षेत्र के रहने वाले हैं। इसके अलावा कोर्ट ने उमाशंकर यादव उम्र 22 वर्ष को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है।

पहाड़ी कोरवा परिवार सतरेंगा में रहने वाले संतराम मंझवार के घर मवेशी चराने का काम करता था। परिवार को 8 हजार रुपए और 10 किलोग्राम चावल प्रतिमाह देने की बात संतराम मंझवार ने कही थी। पर केवल 600 रुपए और 10 किलो चावल दे रहे थे। राशि मांगने पर डराया धमकाया। तब कोरवा परिवार 29 जनवरी 2021 को संतराम के घर काम करने से मना कर वापस अपने गांव लौट रहा था। 29 जनवरी 2021 की शाम ग्राम सतरेंगा के बस स्टैंड में पहाड़ी कोरवा अपनी पत्नी,16 वर्षीय बेटी और साढ़े तीन साल की एक भतीजी के साथ खड़ा था। तभी संतराम मंझवार अपने साथियों अनिल कुमार सारथी, उमाशंकर यादव,परदेशी दास,आनंद दास,अब्दुल जब्बार के साथ बाइक में बैठा लिया और गांव छोड़ देने की बात कही। एक युवक पहाड़ी कोरवा की पत्नी को बाइक में बैठाकर आगे ले गया। जबकि पहाड़ी कोरवा,उसकी 16 वर्षीया बेटी और भतीजी को जंगल की तरफ ले गए। जंगल में संतराम ने पहले अपने साथियों के साथ पहाड़ी कोरबा को जबरन शराब पिलाई। फिर पिता के सामने ही उसकी नाबालिग बेटी के साथ गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया। इस दौरान पिता ने विरोध किया तो डंडा व पत्थर से हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया। गैंगरेप के बाद नाबालिग और साढ़े तीन साल की मासूम की भी पत्थर पटक कर हत्या कर दी।

Author: Ravi Shukla
Editor in chief