बिलासपुर। छत्तीसगढ़ कूर्मि-क्षत्रिय चेतना मंच 10 नवम्बर को सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वी जयंती मनाएगा। सरदार पटेल जयंती समारोह का आयोजन कृषि विश्वविद्यालय सभागार में किया जा रहा है। इस दौरान विचार गोष्ठी, विद्यार्थी व विशिष्ट प्रतिभा सम्मान, सामाजिक कार्यकर्त्ता गौरव बोध सम्मान और 31वां कूर्मि सामाजिक वार्षिक अधिवेशन का आयोजन होगा। इस मौके पर कूर्मि चेतना पंचांग 2025 का विमोचन भी किया जाएगा।
बिलासपुर प्रेस क्लब में शुक्रवार को प्रेस वार्ता के दौरान मंच के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मी कुमार गहवई ने बताया कि संगठन की स्थापना 18 अप्रैल 1993 में हुई थी। इसके बाद से लगातार समारोह का आयोजन किया जा रहा है। मंच का मुख्य उद्देश्य समाज की सभी इकाइयों को एकजुट करना है। इस दिशा में लगातार प्रयास का ही नतीजा है कि समाज की 25 उप जातियां अब आपस में रोटी-बेटी का संबंध निभा रही हैं। अगर किसी की शादी दूसरे समाज में होती है, तो उस पर लगने वाले आर्थिक दंड को समाप्त कर दिया गया है। शिक्षा के क्षेत्र में भी समाज के युवा बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए ही 10वी-12वी व पीएससी में उल्लेखनीय प्रदर्शन करने वालों को सम्मानित किया जा रहा है। इस दौरान किसान सम्मान भी दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि 10 नवम्बर को कार्यक्रम का पहला सत्र सुबह 10 बजे से शुरू होगा, जिसमें पटेल जयंती, विद्यार्थी प्रतिभा सम्मान, विचार प्रवाह, संगठन प्रतिवेदन और कूर्मि चेतना पंचांग का विमोचन किया जाएगा। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बिल्हा विधायक धरमलाल कौशिक व अध्यक्षता लक्ष्मी कुमार गहवई करेंगे। विशिष्ट अतिथि के रूप में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष नारायण चंदेल, पूर्व महाधिवक्ता सतीश चंद्र वर्मा, ललित बघेल, डॉ. एलसी मंढरिया व मोरध्वज चंद्राकर होंगे। कार्यक्रम के दूसरे सत्र में दोपहर 2 बजे से वार्षिक अधिवेशन, विशिष्ट सम्मान, कूर्मि चेतना संस्कार दर्पण विमोचन व संगठन कार्ययोजना पर विचार रखे जाएंगे। मुख्य अतिथि जांजगीर-चांपा विधायक व्यास कश्यप व अध्यक्षता पूर्व विधायक बैजनाथ चंद्राकार करेंगे। विशिष्ट अतिथि रूरल चैम्बर ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष अतुल घुईखेडकर, पूर्व कुलपति मुकेश वर्मा, पूर्व विधायक ममता चंद्राकर, तारा चंद्राकर, भारती कश्यप, प्रमोद नायक व डॉ. संतोष कौशिक होंगे।