राम के भक्त राम को सरयू पार करने वाले निषाद समाज के एयरपोर्ट के साथ भेदभाव ना करें
बिलासपुर 14 सितंबर हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने मांग की है कि जिस तरह केंद्र सरकार ने अयोध्या एयरपोर्ट के पास स्थित 1300 एकड़ जमीन जो सेना के शूटिंग रेंज का हिस्सा थी उसे वापस लेकर निजी लोगों को दिलाया तो फिर बिलासपुर में सेना की खाली और बेकार पड़ी जमीन एयरपोर्ट के विकास के लिए क्यों नहीं दी जा सकती।
हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति ने विस्तार से ब्योरा देते हुए बताया की अयोध्या एयरपोर्ट जो कि अब इंटरनेशनल एयरपोर्ट बन चुका है उसके पास स्थित 1300 एकड़ सेना के शूटिंग रेंज की जमीन उद्योग समूह अदानी, बाबा रामदेव और पंडित रवि शंकर के संस्थानों को दी गई है। इसके लिए केंद्र सरकार ने बाकायदा आर्मी की शूटिंग रेंज से जमीन वापस ली है। समिति ने सवाल उठाया कि यदि सेना की जमीन उद्योग समूह और निजी संस्थाओं को दी जा सकती है तो फिर बिलासपुर एयरपोर्ट के विकास के लिए आवश्यक जमीन देने में यह भेदभाव क्यों बरता जा रहा है। गौरतलब है कि 2011 में अधिग्रहित 1012 एकड़ जमीन पर सेना ने अपना ट्रेनिंग सेंटर और बड़ा एयरपोर्ट बनाने का प्रस्ताव रद्द कर दिया है और यह जमीन गत 10 साल से अधिक समय से खाली पड़ी है। इसके मुकाबले अयोध्या की जमीन बाकायदा एक शूटिंग रेंज का हिस्सा थी। समिति ने बताया कि राज्य सरकार ने बाकायदा 90 करोड रुपए भी जमा कर दिए थे फिर भी सेना ने अपने कदम पीछे खींच लिया। समिति ने कहा की इस विवरण के बाद एक आम आदमी केवल इस नतीजे पर पहुंच सकता है कि केंद्र सरकार का रुझान बिलासा बाई केवट एयरपोर्ट के विकास के लिए नहीं है और भगवान राम की भक्ति के नाम पर सत्ता में आए हुए लोग भगवान राम को सरयू नदी पार कराने वाले केवट समाज के नाम पर बने इस एयरपोर्ट के साथ भेदभाव कर रही है।
हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति का महा धरना आज भी जारी रहा और महापौर श्री राम शरण यादव के अलावा आगमन के कम से सर्वश्री बद्री यादव रवि बनर्जी अनिल गुलहरे मोहसिन अली राघवेंद्र सिंह संतोष पीपलवा विजय वर्मा महेश दुबे देवेंद्र सिंह ठाकुर टाटा अभय नारायण राय चित्रकांत श्रीवास रणजीत सिंह खनूजा रमाशंकर बघेल राकेश शर्मा चंद्र प्रकाश जायसवाल मजहर खान
आशुतोष शर्मा अखिल अली और सुदीप श्रीवास्तव शामिल थे.