
*वन्दे मातरम् मित्र मंडल ने तृतीय स्थापना दिवस मनाया*
*अतिथियों के उत्प्रेरक उद्वोधन के साथ देश भक्ति के गीतों ने समा बांधा*
बिलासपुर-बन्दे मातरम मित्र मंडल ने अपना तीसरा स्थापना दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया।
मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के बिलासपुर विभाग प्रचारक गणेश ने अपने सारगर्भित उद्वोधन में श्रीमद भगवद्गीता के श्लोक का उदाहरण देते हुए बताया कि
*धर्मक्षेत्रे कुरूक्षेत्रे,समवेता युयुत्स्व:* अर्थात धर्म के नाम पर आज जो युद्ध चल रहा है यह पाखंड पूर्ण है।असहाय,बालक,वृद्ध, अबला पर क्रूर कृत्य किसी भी स्थिति में धर्म युद्ध नहीं हो सकता।हमें अपनी संस्कृति संस्कार को किसी भी स्थिति में नहीं खोना है।
वन्दे मातरम् मित्र मंडल ने पिछले तीन वर्षों में जो समाज के बीच जाकर हिंदुत्व के जन जागरण का कार्य किया,समाज के निचले तबके की समस्यायों को जाना उनके निराकरण का प्रयास किया वह प्रशंसनीय के साथ दूसरों के लिए अनुकरणीय भी है।
विशिष्ट अतिथि प्रदीप देशपांडे ने कहा कि निश्चित ही वन्दे मातरम् मित्र ने अपने तीन वर्षों के कार्यकाल में अनेक उत्कृष्ट एवं समाज को नई दिशा देने वाले कार्य किए है विशेष रूप से उन परिस्थितियों में जब संगठन के अधिकांश सदस्य वरिष्ठ नागरिक हैं।
उन्होंने कहा हमें संतुष्ट होकर नहीं बैठना है पहले एक जगह बैठक होती थी 100-150 लोग आते थे आज दो जगह बैठकें होनी लगी हैं दोनों जगह 100-150 ही लोग आने लगे हैं,अगर प्रत्येक वार्ड,कॉलोनी में इसी प्रकार बैठकें होने लग जाएं तो हम अधिक से अधिक लोगों तक पहुंच सकते हैं।
राजकुमार गुप्ता अतिरिक्त महाधिवक्ता छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय ने भी वन्दे मातरम् मित्र मंडल के कार्यों की प्रसंशा की।
संयोजक महेन्द्र जैन ने तीन वर्ष में किए गए कार्यों की जानकारी दी,एवं बताया कि आगामी *25 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन सिम्स ऑडिटोरियम में मुख्य वक्ता होंगे,अध्यक्षता राष्ट्रीय स्वयं सेवक के क्षेत्र संघचालक डॉ पूर्णेद्र सक्सेना करेंगे*।
स्थापना दिवस के अवसर पर वन्दे मातरम् मित्र मंडल के कलाकारों द्वारा देशभक्ति के गीतों की शानदार प्रस्तुति दी जिसमें प्रमुख रूप से सुजाता माणिक,रामनिहोर राजपूत,इंद्र कुमार शंडिल,अशोक शर्मा,पार्थों मुखर्जी,खुशी साहू,पूर्णिमा पिल्ले,ध्रुव देवांगन ने अपने गीतों से लोगों में देशभक्ति की भावना का संचार किया।
राजेन्द्र रूंगटा को हैदराबाद शिफ्ट होने पर शाल श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर बिदाई दी गई ,उनके द्वारा किए गए कार्यों की सराहना एवं उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी।
कार्यक्रम का संचालन पार्थों मुखर्जी ने किया एवं आभार प्रदर्शन श्याम पटेल द्वारा किया गया।

Author: Ravi Shukla
Editor in chief