कोरबा जिला के पाली ब्लॉक के अंतर्गत जनजातीय ग्राम लोहडिया कबीर आश्रम में मुख्य अतिथि की आसंदी से बोलते हुवे प्रोफेसर डॉ फूल दास महंत ने कहा कि जब तक समाज में समन्वय नहीं होगा,भीतर से एक दूसरे के विचार ,भाव मिलेंगे नही तब तक वर्ग भेद,जाति भेद, ऊंच नीच,बड़ा छोटा की भावना पनपते रहेगा,भीतर ही भीतर मतभेद की
आग,जातिवाद,संप्रदाय वाद पनपते रहेगा,और तब तब कबीर नए नए रूप में पैदा होते रहेंगे,उनके विचारों की जरूरत उस समय 15वी शताब्दी में थी, उस से कहीं अधिक 21वी शताब्दी में पड़ेगी
आज सदगुरु कबीर साहेब की 627वी जयंती देश विदेश,गांव शहर में बड़े ही धूम धाम से मनाई जा रही है,पर दिखावे से दूर रहकर ग्रामीण क्षेत्र के जनजातीय वर्ग के लोगों में कबीर साहेब के प्रति आस्था बढ़ रही है उसके पीछे नशा खोरी से बिखरते परिवार में प्रेम,आस्था,पारिवारिक समन्वय ,सुख शांति बढ़ी है,यह मिशाल है जंगली इलाकों में। हम सबको इस से नई प्रेरणा मिल रही है।.
इस अवसर पर सभी ने कबीर साहेब के भजन का आनंद उठाया ,संत हेमेंद्र साहेब,रतनपुर से संत हनुमान शास्त्री जी,तथा कबीर आश्रम की संचालिका उपकार साहिबा के साथ साध्वी गण उपस्थित हुई,दूर दूर से ग्रामवासी एवम पास के लोग उपस्थित हुये । सभी को भोजन भंडारा तथा प्रसाद वितरण किया गया.