ग्रामीणों व्यापारियों और जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में एसएसपी शशि मोहन सिंह ने किया लोकार्पण,अपराध कोई विकल्प नहीं, जशपुर पुलिस मुख्यधारा में लौटने वालों का भरपूर सहयोग करेगी
जिले में मॉडल के रूप में उभर रहा जशपुर एसएसपी का सुधारात्मक प्रयास
जशपुर जिले में चल रहे ऑपरेशन शंखनाद के सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। जिले के एसएसपी शशि मोहन सिंह के मार्गदर्शन में पुलिस की सुधारात्मक पहल ने एक कुख्यात गौ-तस्कर को अपराध की दुनिया छोड़कर सम्मानजनक जीवन अपनाने के लिए प्रेरित किया।
अपराध से मुख्यधारा की ओर,वही स्थान, नई शुरुआत -बबलू शंख ढाबा का शुभारंभ
जिस साईंटांगरटोली क्षेत्र से ऑपरेशन शंखनाद की शुरुआत हुई थी, वहीं अब “बबलू शंख ढाबा” खुल गया। ढाबे का उद्घाटन स्वयं एसएसपी शशि मोहन सिंह ने किया और वे ढाबे के पहले ग्राहक बने। उन्होंने अमजद द्वारा बनाई गई चाय पी और मूल्य अदा किया। यह दृश्य स्थानीय लोगों के लिए आश्चर्य के साथ प्रेरणा का विषय रहा।
एसएसपी सिंह से मुलाकात ने बदली अमजद उर्फ बबलू की सोच
साईंटांगरटोली निवासी अमजद हजाम उर्फ बबलू के विरुद्ध गौ-तस्करी के तीन मामले दर्ज रहे हैं। आठ माह से फरार रहने के बाद पुलिस की सख्त निगरानी और दबाव में उसने आत्मसमर्पण किया। जेल से रिहा होने के बाद एसएसपी ने उसे अपने कार्यालय में बुलाकर विस्तृत संवाद किया।
एसएसपी ने अमजद को समझाया अपराध का कोई भविष्य नहीं होता। इससे केवल भय असुरक्षा और जेल मिलती है। परिवार और आने वाली पीढ़ियाँ भी अंधकार में चली जाती हैं। सही रास्ता चुनोगे तो सम्मानजनक जीवन मिलेगा।यह संवाद अमजद के लिए निर्णायक साबित हुआ।
अपराध से स्वावलंबन की ओर -ढाबा खोला, समाज में वापसी
पुलिस और समाज के सहयोग से अमजद ने छत्तीसगढ़–झारखंड सीमा पर नया ढाबा शुरू किया, जहाँ प्रतिदिन बड़ी संख्या में यात्री गुजरते हैं। इससे उसे स्थायी आय का भरोसा मिला। उद्घाटन में ग्रामीण, व्यापारी, पुलिस अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे और सभी ने अमजद के नए जीवन की सराहना की।
ग्रामीणों को एसएसपी का संदेश -अपराध कोई विकल्प नहीं
उद्घाटन समारोह में एसएसपी शशि मोहन सिंह ने कहा अपराधी न केवल स्वयं, बल्कि अपने परिवार और समाज को भी नुकसान पहुँचाता है। यदि कोई व्यक्ति अपराध छोड़कर मुख्यधारा में आना चाहता है, जशपुर पुलिस उसका हरसंभव सहयोग करेगी। यह कम्युनिटी पुलिसिंग का उत्कृष्ट उदाहरण है।उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि पुलिस और समाज मिलकर उन युवाओं को सही दिशा दें, जो परिस्थितिवश गलत रास्ते पर चले जाते हैं।
जिले में मॉडल के रूप में उभर रहा जशपुर एसएसपी का सुधारात्मक प्रयास
ऑपरेशन शंखनाद” केवल अपराधियों की धरपकड़ का अभियान नहीं, बल्कि सुधार और पुनर्वास का भी मॉडल है। अमजद का अपराध छोड़कर आत्मनिर्भर जीवन की ओर बढ़ना जिले में सकारात्मक संदेश देता है।
अमजद ने कहा

अब मैं अपराध से हमेशा के लिए दूर रहूँगा। एसएसपी साहब से बात करने के बाद पहली बार लगा कि जीवन बदल सकता है। अब अपने परिवार का पेट ईमानदारी से पालूँगा।”
एसएसपी शशि मोहन सिंह का मानवीय दृष्टिकोण
एसएसपी ने कहा यह कम्यूनिटी पुलिसिंग का सशक्त उदाहरण है। हमारा उद्देश्य केवल अपराध को रोकना नहीं, बल्कि लोगों को सुधार के अवसर देना भी है। आगे भी ऐसे पुनर्वास प्रयास जारी रहेंगे।
प्रधान संपादक





