बिलासपुर। नर्सिंग कॉलेज में चयन न होने की निराशा ने तखतपुर क्षेत्र की एक युवती को आत्महत्या जैसे कदम उठाने पर मजबूर कर दिया। शनिवार की देर रात वह रामसेतु पुल के रेलिंग पर चढ़कर छलांग लगाने की तैयारी कर रही थी। इसी दौरान वहां से गुजर रहे कुछ युवकों की सूझबूझ और तत्परता ने उसकी जान बचा ली। युवकों ने न केवल युवती को बातचीत में उलझाया बल्कि सही मौके पर उसे खींचकर सुरक्षित कर लिया। बाद में उसे सरकंडा पुलिस के हवाले कर दिया गया।

सरकंडा थाना प्रभारी निलेश पांडेय ने बताया कि युवती तखतपुर की रहने वाली है और बिलासपुर में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही थी। वह नर्सिंग कॉलेज में प्रवेश लेना चाहती थी, लेकिन चयन प्रक्रिया में उसका नाम नहीं आने से वह मानसिक रूप से बेहद परेशान हो गई। निराशा और तनाव में डूबी युवती शनिवार रात सीधे रामसेतु पुल पर पहुंची और रेलिंग पर चढ़कर नदी में छलांग लगाने की कोशिश करने लगी। तभी वहां से गुजर रहे कुछ युवाओं ने उसे देखा। उन्होंने तुरंत उसकी हालत भांप ली और बातचीत में उलझाकर उसे शांत करने का प्रयास किया। इसी दौरान एक अन्य युवक एक्टिवा से वहां पहुंचा। स्थिति को देखते हुए उसने गाड़ी रोकी और पीछे से युवती को पकड़ लिया।
युवकों की सतर्कता और साहस से युवती को पुल से नीचे उतराकर सुरक्षित किया जा सका। सूचना पर थाना प्रभारी निलेश पांडेय मौके पर पहुंचे और युवती को थाने ले जाया गया। वहां टीआई ने उससे मनोवैज्ञानिक तरीके से बात की। पुलिस अधिकारी ने उसे जीवन का महत्व, परिवार की जिम्मेदारी और संघर्ष से सफलता पाने की राह समझाई। बातचीत के दौरान युवती भावुक हो उठी और अपनी गलती स्वीकार की। उसने आगे से मेहनत कर सकारात्मक सोच के साथ जीवन जीने का वादा किया। पुलिस ने घटना की जानकारी युवती के परिजनों को भी दे दी है। परिजनों के थाने पहुंचने पर युवती को उनके सुपुर्द कर दिया जाएगा।

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