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July 1, 2025 6:36 pm

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छत्तीसगढ़ में तकनीकी नवाचारों को मिलेगा इसरो का सहयोग

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और इसरो चेयरमैन डॉ. वी. नारायणन के बीच नई दिल्ली में हुई महत्वपूर्ण बैठक

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रायपुर।– छत्तीसगढ़ में तकनीकी नवाचारों और वैज्ञानिक दृष्टिकोण को बढ़ावा देने के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) राज्य सरकार को सहयोग देगा। इस दिशा में आज नई दिल्ली में मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय और इसरो के चेयरमैन डॉ. वी. नारायणन के बीच महत्वपूर्ण बैठक हुई। इस बैठक में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के उपयोग से कृषि, जल संसाधन, पर्यावरण संरक्षण और आपदा प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में नवाचारों को बढ़ावा देने पर विस्तार से चर्चा की गई।

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मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि इसरो की सहायता से छत्तीसगढ़ में वैज्ञानिक दृष्टिकोण से विभिन्न क्षेत्रों में सुधार किया जाएगा। विशेष रूप से किसानों को सटीक जानकारी उपलब्ध कराने, प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण और स्मार्ट एग्रीकल्चर को बढ़ावा देने में इस तकनीक की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।

इसरो का विशेषज्ञ दल करेगा छत्तीसगढ़ का दौरा

बैठक में निर्णय लिया गया कि इसरो का एक विशेषज्ञ दल जल्द ही छत्तीसगढ़ का दौरा करेगा। यह दल सैटेलाइट इमेजरी, जीआईएस (GIS) तकनीक और डेटा विश्लेषण के माध्यम से राज्य के विभिन्न क्षेत्रों का विस्तृत अध्ययन करेगा। इस पहल के तहत मृदा स्वास्थ्य विश्लेषण, जल स्रोतों का सटीक आकलन, बाढ़ और सूखे की भविष्यवाणी तथा कृषि उत्पादन बढ़ाने के लिए डेटा-संचालित निर्णय लेने की प्रणाली विकसित की जाएगी।

अत्याधुनिक स्पेस टेक्नोलॉजी का लाभ मिलेगा

इसरो की तकनीकी विशेषज्ञता से छत्तीसगढ़ को कई लाभ होंगे, जिनमें शामिल हैं:

• कृषि क्षेत्र में सैटेलाइट डेटा का उपयोग: बेहतर फसल पूर्वानुमान, मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार, जल संसाधनों का प्रभावी प्रबंधन।

• प्राकृतिक आपदाओं की पूर्व-चेतावनी प्रणाली: बाढ़, सूखा और वनाग्नि जैसी आपदाओं की रोकथाम के लिए उन्नत प्रणाली विकसित होगी।

• स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर और नगर नियोजन: परिवहन व्यवस्था, पर्यावरणीय संतुलन और शहरी विकास में सटीक निर्णय लेने की सुविधा।

• वन संरक्षण और निगरानी: अवैध कटाई रोकने और वन क्षेत्रों की रियल-टाइम मॉनिटरिंग के लिए स्पेस टेक्नोलॉजी का उपयोग।

मुख्यमंत्री श्री साय ने इस साझेदारी को छत्तीसगढ़ की तकनीकी प्रगति के लिए ऐतिहासिक कदम बताया। उन्होंने कहा कि इस पहल से राज्य के अनुसंधान संस्थानों और युवा वैज्ञानिकों को भी नवाचारों में योगदान देने का अवसर मिलेगा। इसरो के सहयोग से छत्तीसगढ़ आने वाले वर्षों में स्पेस टेक्नोलॉजी का बेहतर उपयोग कर राज्य के विकास को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।

रवि शुक्ला
रवि शुक्ला

प्रधान संपादक

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