बिलासपुर। जिले में फर्जी ट्रांसफर आदेश के जरिए ज्वाइनिंग लेने का मामला सामने आया है। इस संबंध में पीड़ित महिला टीचर ने सिविल लाइन थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने प्रारंभिक जांच के बाद एक शिक्षक से पूछताछ की, जिससे ट्रांसफर रैकेट से जुड़े अन्य लोगों के नाम सामने आए हैं।

जानकारी के मुताबिक, मनेंद्रगढ़ जिले में पदस्थ महिला शिक्षक ने ट्रांसफर के लिए आवेदन किया था। इसी दौरान उन्हें वाट्सएप पर एक ट्रांसफर आदेश मिला, जिसमें उन्हें बिलासपुर में पदस्थ किए जाने की बात कही गई थी। आदेश मिलने के बाद वह जिला शिक्षा कार्यालय पहुंचीं और संबंधित अधिकारियों के समक्ष ज्वाइनिंग कर ली। जब इस ज्वाइनिंग की सूचना रायपुर भेजी गई, तो पता चला कि आदेश फर्जी है। इसके बाद शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने तत्काल कार्रवाई करते हुए महिला शिक्षक को मनेंद्रगढ़ वापस भेज दिया और सिविल लाइन थाने में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के आधार पर पुलिस ने तखतपुर के चनाडोंगरी स्कूल में पदस्थ शिक्षक रामप्यारे कश्यप को हिरासत में लिया। पूछताछ में उसने बताया कि यह आदेश उसे रायपुर निवासी पंकज सिंह ने भेजा था। फिलहाल पुलिस पंकज सिंह की तलाश कर रही है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि रामप्यारे कश्यप लंबे समय से सरकारी कर्मचारियों के ट्रांसफर और पोस्टिंग में भूमिका निभा रहा था। इसमें जांजगीर जिले का एक अन्य कर्मचारी भी शामिल है। दोनों मिलकर सरकारी कर्मचारियों से संपर्क कर ट्रांसफर कराने का अवैध कारोबार चला रहे थे। पुलिस को संदेह है कि यह किसी बड़े गिरोह का हिस्सा हो सकता है।

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