रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त की पुण्यतिथि (12 दिसंबर) पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि गुप्त जी ने खड़ी बोली हिंदी को काव्य की नई ऊँचाइयाँ प्रदान करते हुए उसे राष्ट्रीय चेतना का प्रभावी माध्यम बनाया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के कठिन दौर में मैथिलीशरण गुप्त की रचनाओं ने देशभक्ति, स्वाभिमान और सामाजिक जागरण की ज्योति प्रज्वलित की, जिसकी आभा ने व्यापक जन-मानस को एक सूत्र में बांधा। उनकी कालजयी कृति भारत-भारती सहित अनेक काव्य-रचनाएँ आज भी राष्ट्रभावना, सांस्कृतिक मूल्यों और सामाजिक समरसता के संवर्धन में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं। इन्हीं असाधारण सेवाओं के कारण उन्हें ‘राष्ट्रकवि’ की उपाधि से सम्मानित किया गया।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि गुप्त जी की साहित्यिक धरोहर भारतीय समाज की मूल संवेदनाओं, मूल्यों और राष्ट्रीय आदर्शों का जीवंत दस्तावेज है। उनकी कृतियाँ आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा और मार्गदर्शन का स्रोत बनी रहेंगी।
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