स्वास्तिक शर्मा की रिपोर्ट
बिलासपुर ।नगर पालिका परिषद जांजगीर नैला की पार्षद एवं सभापति ज़िलाअध्यक्ष महिला कांग्रेस कमेटी श्रीमती सीमा राजू शर्मा शक्ति ज़िले में तुर्री धाम में विराजमान भोलेनाथ पहुँच कर विधिवत पूजा अर्चना कर अपने ज़िले में रहने वाले समस्त लोगो के स्वास्थ्य एवं तरक़्क़ी की कामना की
गौरतलब हो जांजगीर -चांपा जिले से अलग होकर नये बने जिले सक्ती के पावन धरा तुर्रीधाम शिवभक्तों के लिए अत्यंत ही पूजनीय है. यहां श्रद्धालु बारहों मास आते हैं, लेकिन सावन महीने में अधिक संख्या में शिव भक्त अपनी मनोकामना लेकर तुर्रीधाम पहुंचते है. स्थानीय दृष्टिकोण से यहाँ उपस्थित शिवलिंग, प्रमुख ज्योतिर्लिंगों के समान ही वंदनीय है.मंदिर के निर्माण संबंधित जानकारी देते हुए पुजारी ने बताया की इसका निर्माण स्थानीय राजा-रानी द्वारा कराया गया था. यह किस राजा के शासन में निर्मित हुआ यह अज्ञात है. इसका जीर्णोद्धार 3-4 पीढ़ियों से किया जा रहा है.
वर्तमान में यह मंदिर का पूर्णतः आधुनिक स्वरूप में आ गया है. इस मंदिर का स्थापत्य अनोखा है. यह शिवलिंग पूर्वाभिमुख है.
इसके चारों ओर मंडप बनाया गया है.गर्भगृह मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार से 8 फिट की गहराई पर है. गर्भगृह पहुँचने हेतु नीचे की ओर होती हुई सीढ़ियाँ बनी हुई है. इस तुर्रीधाम की प्रमुख विशेषता यह है कि इसके गर्भगृह में एक प्राकृतिक जलस्त्रोत जो निरंतर शिवलिंग पर गिरते रहता है. जिसे स्थानीय भाषा में तुर्री (निरंतर)कहते है. विद्यमान है. यह जल स्त्रोत अनादि काल से अनवरत बहता हुआ आ रहा है. इसी जलस्रोत के नीचे ही प्राचीन शिवलिंग स्थापित है. जिस पर सदैव ही प्राकृतिक रूप से शिवलिंग पर जल अभिषेक होता रहता है.पूर्व विधान सभा अध्यक्ष वर्तमान में नेता प्रतिपक्ष डॉ चरण दास महंत सांसद ज्योत्सना महंत की भी इस धाम के प्रति गहरी आस्था है वो कही भी रहे लेकिन सावन माह में प्रति सोमवार भोलबाबा के दरबार में पूजा अर्चना करने ज़रूर पहुँचते है
श्रीमती सीमा राजू शर्मा से हमारे रिपोर्टर ने जब बात की तो उन्होंने कहा कि सावन के महीने तुरी धाम में स्थित भोलेनाथ जहां पर लगातार 12 महीना भगवान भोलेनाथ के ऊपर जल गिरता रहता है वहां का दर्शन लाभ मिला
इससे अच्छा क्या हो सकता है भोलेनाथ सभी की इच्छा पूरी करे