बिलासपुर । देश के प्रमुख आर्थिक सलाहकार वी अनन्त नागेश्वरन द्वारा किए गए आर्थिक विश्लेषण को देश की वास्तविक आर्थिक स्थिति को स्पष्ट करने वाला नहीं होने और सिर्फ ख्याली होना बताते हुए पूर्व विधायक शैलेष पांडेय ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को एक पत्र लिखकर उक्त आर्थिक विश्लेषण की निष्पक्ष समीक्षा किए जाने की मांग की है । श्री पांडेय ने पत्र में और क्या क्या कहा है जानिए
प्रति,
माननीया,
निर्मला सीतारमन जी,
वित्त मंत्री,
भारत सरकार,
दिल्ली
विषय: *आर्थिक सलाहकार श्री नागेश्वरन के आर्थिक विश्लेषण पर चिंता और सवाल*
महोदया,मैं
आपको यह पत्र लिखने के लिए मजबूर हूँ क्योंकि मुझे लगता है कि मुख्य आर्थिक सलाहकार वी अनंत नागेश्वरन के आर्थिक विश्लेषण में देश की वास्तविक स्तिथि को न दर्शाते हुए ख़यालों वाला है और पिछले दस वर्षों के आकलन के हिसाब से अविश्वसनीय हैं। मैं उनकी बुद्धि और समझदारी की तारीफ़ करता हूँ लेकिन देश के नागरिकों के तरफ़ से मुझे अपनी चिंता आपतक पहुँचानी चाहिए ताकि हम सही जानकारी देश को दे पाये।अतः निम्नलिखित बिंदुओं पर मेरी चिंता और सवाल हैं:
– *आर्थिक वृद्धि दर*: नागेश्वरन के अनुसार, देश की आर्थिक वृद्धि दर 6.5-7% होगी, लेकिन मुझे लगता है कि यह अनुमान बहुत कम है और देश की आर्थिक वास्तविकता से कोसों दूर है।
– *सतर्कता और आशावाद*: नागेश्वरन की सतर्कता और आशावाद की बातें सिर्फ शब्दों का खेल है, जब देश की आर्थिक स्थिति बद से बदतर होती जा रही है।
– *कृषि क्षेत्र में वृद्धि*: कृषि क्षेत्र में वृद्धि के लिए सरकार की नीतियां पूरी तरह से विफल रही हैं, और किसानों की बदहाली के लिए सरकार जिम्मेदार है।
– *प्रति व्यक्ति आय*: नागेश्वरन का प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि का दावा एक और झूठा दावा है, जब देश की अधिकांश आबादी अभी भी गरीबी और बेरोजगारी से जूझ रही है।
मैं आपसे अनुरोध करता हूँ कि आप नागेश्वरन के आर्थिक विश्लेषण की समीक्षा करें और देश की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए ठोस कदम उठाएं एवं देश को सार्वजनिक रूप से वास्तविकता भी बतायें कि अभी के आर्थिक हालात कैसे है।
धन्यवाद,
शैलेश पांडेय
पूर्व विधायक
बिलासपुर
दिनांक २३ जुलाई २०२४
Author: Ravi Shukla
Editor in chief