रतनपुर। महामाया मंदिर के पास स्थित कलपेसरा तालाब में एक बार फिर जाल में फंसे चार मृत कछुए मिले हैं। यह तालाब नगर पालिका के अधीन है और यहीं से नौका संचालन भी किया जाता है। इससे पहले 25 मार्च को महामाया मंदिर कुंड में 23 मृत कछुए मिलने की घटना सामने आई थी, जिसमें मंदिर ट्रस्ट के उपाध्यक्ष सहित कई कर्मचारियों को आरोपी बनाया गया था। अब दोबारा कछुओं की मौत की घटना सामने आने के बाद वन विभाग और नगर पालिका की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं।

महामाया मंदिर के पास रहने वालों ने मंगलवार की सुबह तालाब में जाल में फंसे मृत कछुए देखे और तत्काल वन विभाग को सूचना दी। सूचना मिलने के बाद विभाग की टीम मौके पर पहुंची और कछुओं के शव के साथ जाल भी जब्त कर लिया। विभाग ने जांच शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक किसी जिम्मेदार पर कार्रवाई नहीं हुई है।
आसपास के लोगों का कहना है कि तालाब में जाल लगाना पूरी तरह से अवैध है। इसके बावजूद तालाब में लंबे समय से जाल लगाकर अवैध गतिविधियां की जा रही हैं, और जिम्मेदार विभाग आंखें मूंदे बैठे हैं।
सामाजिक कार्यकर्ताओं और पर्यावरण प्रेमियों ने सवाल उठाया है कि जब मंदिर ट्रस्ट के अधीन कुंड में कछुओं की मौत पर एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की गई, तो नगर पालिका के अधीन तालाब में हुई कछुओं की मौत पर क्यों चुप्पी साधी जा रही है।
वन विभाग के अधिकारियों ने फिलहाल मीडिया से दूरी बनाए रखी है। इस बीच, लोगों ने दोषियों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। मामले ने एक बार फिर वन्यजीव संरक्षण और प्रशासनिक जवाबदेही को लेकर बहस छेड़ दी है।

Author: Ravi Shukla
Editor in chief