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September 6, 2025 6:14 pm

26 साल पहले कार्बन कापी में छेड़छाड़, अब दस्तावेज लेखक गिरफ्तार

बिलासपुर। जमीन की रजिस्ट्री के दौरान कार्बन कापी में छेड़छाड़ कर की गई 26 साल पुरानी ठगी का राज अब खुला है। शिकायत और जांच के बाद पुलिस ने दस्तावेज लेखक को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं मुख्य आरोपी जमीन दलाल और उसके साथी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। उनकी तलाश में दबिश दी जा रही है।


नागपुर निवासी और एसईसीएल जमुना-कोतमा एरिया में सुरक्षा अधिकारी रहे अरुण कुमार दुबे ने इस मामले में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि वर्ष 1999 में उन्होंने मोपका स्थित रामफल कैवर्त की जमीन को सुरेश मिश्रा से खरीदी थी। खरीद के बाद से ही जमीन पर उनका कब्जा बना हुआ था। हाल ही में उन्होंने उक्त जमीन की रजिस्ट्री सावित्री देवी राठौर के नाम कर दी। सावित्री देवी ने जब तहसील कार्यालय में नामांतरण के लिए आवेदन किया तो विवाद खड़ा हो गया। दरअसल, सुरेश मिश्रा ने नामांतरण की आपत्ति दर्ज कराई और रजिस्ट्री की दूसरी कॉपी पेश कर दी। इस पर अरुण कुमार को शक हुआ और उन्होंने दस्तावेजों की गहन जांच कराई। जांच में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि वर्ष 1999 में ही सुरेश मिश्रा ने रजिस्ट्री के कार्बन कापी में हेरफेर कर दूसरा खसरा नंबर दर्ज करा दिया था। इसी कागज के आधार पर वह जमीन पर दावा कर रहा था। इस धोखाधड़ी की शिकायत पुलिस से की गई। मामले की जांच के बाद पुलिस ने दस्तावेज लेखक महेंद्र सिंह ठाकुर (50) को गिरफ्तार कर लिया है। आरोप है कि उसने जमीन दलाल सुरेश मिश्रा के कहने पर कार्बन कॉपी में बदलाव किया था। वहीं, मुख्य आरोपी सुरेश मिश्रा और उसका एक अन्य साथी फरार हैं। पुलिस की टीम उनके संभावित ठिकानों पर दबिश देकर गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है।

रवि शुक्ला
रवि शुक्ला

प्रधान संपादक

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