बिलासपुर। सरकंडा क्षेत्र में अटल आवास योजना के नाम पर ठगी का एक बड़ा मामला सामने आया है। स्वयंसेवी संस्था चलाने वाली महिला ने दो महिलाओं से तीन लाख 40 हजार रुपये वसूल लिए और उन्हें फर्जी रसीद तथा मकान की चाबी थमा दी। जब पीड़ित महिलाएं मकान में रहने पहुंचीं तो गार्ड ने उन्हें रोक दिया और बताया कि उनके नाम पर कोई मकान आबंटित ही नहीं हुआ है। शिकायत पर पुलिस ने आरोपित महिला को गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक सरकंडा क्षेत्र की रहने वाली उमा साहू और संतोषी विश्वकर्मा ने कलेक्टोरेट में आवेदन देकर बताया कि उनसे अटल आवास दिलाने के नाम पर ठगी की गई है। कलेक्टर के निर्देश पर निगम कमिश्नर ने जांच कराई। जांच में पता चला कि राजकिशोर नगर निवासी सपना सराफ ने दोनों से रुपये लेकर धोखाधड़ी की। उसने रकम देने के कुछ दिन बाद दोनों को रसीद दी और चाबी भी सौंप दी। जब दोनों आवास में रहने पहुंचीं तो उन्हें प्रवेश से रोक दिया गया। बाद में पता चला कि मकान उनके नाम पर आवंटित ही नहीं है। पीड़ित महिलाओं ने जब सपना सराफ से संपर्क किया तो उसने गोलमोल जवाब देकर बात टाल दी। इसके बाद मामला कलेक्टोरेट पहुंचा। निगमकर्मी ने इसकी शिकायत सरकंडा थाने में दर्ज कराई। पुलिस ने सपना सराफ को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर दिया है।
पूर्व पार्षद पर भी कार्रवाई
अटल आवास दिलाने के नाम पर ठगी का यह कोई पहला मामला नहीं है। सरकंडा क्षेत्र में पूर्व में भी इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं। राजकिशोर नगर निवासी तत्कालीन पार्षद संजय सिंह ने भी फर्जी रसीद के सहारे लोगों से पैसे वसूले थे। शिकायत पर उसके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज हुआ, जिसके बाद से वह फरार है। वहीं, अशोक नगर क्षेत्र में भी अटल आवास ठगी का एक अन्य मामला उजागर हो चुका है। पुलिस का कहना है कि इस तरह के मामलों में लोगों को जागरूक रहना चाहिए और किसी भी योजना का लाभ पाने के लिए सीधे सरकारी कार्यालय से ही जानकारी लेनी चाहिए।

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